पीलीभीत:टाईगर रिजर्व क्षेत्र में बीते बर्षों से बेंत की बेशकीमती लकड़ी अबैध रुप से कटान लगातार जारी है।

पूरनपुर / पीलीभीत।
टाईगर रिजर्व क्षेत्र में बीते बर्षों से बेंत की बेशकीमती लकड़ी अबैध रुप से कटान लगातार जारी है। वहीं ज्ञात सूत्रों के मुताबिक इस मामले को लेकर विभाग के उच्चाधिकारियों की शह और संलिप्तता भी उजागर हो रही है। जहां बीते बर्षों से टाईगर रिजर्व में यह खेल बड़े पैमाने पर खेला जा रहा है। वहीं पिछले बर्ष भी बरांही रेंज में बड़े पैमाने पर बेंत कटान हुआ था। इस संम्बंध में मीडिया ने मामले को प्रमुखता से छापा था। जिसके चलते बरेली और लखनऊ तक के उच्चाधिकारियों ने टाईगर रिजर्व का जंगल भी टटोला था। लेकिन स्थानीय अधिकारियों कर्मचारियों ने जांच टीम को गुमराह कर अंदरखाने जांच कराकर अपनी अपनी फंसी गर्दनें बचाने का काम किया था। वहीं बेंत कटान करा रहे ठेकेदार ने विभाग के रेंज अफसर से लेकर जिले के आलाधिकारियों तक पर गंम्भीर आरोप लगाए थे। जिसमें विभाग की बड़े पैमाने पर फजीहत भी हुई थी। टाईगर रिजर्व क्षेत्र में बेंत की बेशकीमती लकड़ी बड़े पैमाने पर पाई जाती है। जिसके चलते विभाग के आलाधिकारी और रेंज अफसरों की निगाहें भी खूब मगरुर हैं। जहां अबैध काम करने बाले ठेकेदारों को उनके द्वारा रास्ता बताकर विभाग को बड़ा चूना लगाया जाता रहा है। किसी रेंज में कहीं मछलियों का अबैध शिकार हो या फिर अबैध तरीकों से बेंत कटान का मामला हो। स्थानीय स्तर से लेकर बड़े स्तर तक सब हजम करने की छमता विभाग के अधिकारियों के पास है। जहां बीते दिनों में यह देखा गया है कि हरीपुर रेंज, बरांही रेंज अब इस बर्ष दयूरिया रेंज में बेंत का कटान लगातार जारी है। बताया जाता है कि बरामकद रेंज के बाद इस बार दयूरिया रेंज में बड़े पैमाने पर बेंत काटा जा रहा है और बड़े पैमाने पर बेंत गाड़ियों में भराकर अबैध ठेकेदार माल को ठिकाने भी लगा चुका है।
बीते पिछले बर्षों से हरीपुर रेंज में बेंत कटान हुआ और मामला मीडिया के नजरों तक पहुंचा तो मामले की उच्चस्तरीय जांच हुई लेकिन कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूरी ही हुई थी। उसके बाद पिछले बर्ष थाना खुटार क्षेत्र के रहने वाले जगदीश नामक ठेकेदार ने बरांही रेंज के क्षेत्र में ग्राम समाज की जमीन में बेंत कटान का परमिट विभाग की मिलीभगत से जारी कराया और बेंत बरांही रेंज के जंगल के अंदर से काटा था। मामले को मीडिया ने प्रमुखता से छापा था तो विभाग ने फजीहत से बचने के बतौर छुटपुट कार्यवाही कर मामले में फंसीं गर्दन बचाने का काम किया। वहीं उक्त अबैध ठेकेदार जगदीश इस बार दयूरिया रेंज अफसर से मिलकर करोड़ों रुपये की बेशकीमती बेंत की लकड़ी रेंज के टूटा पुल चौकी से कुछ ही दूरी पर घुंघचिहाई बीट के कंम्पार्टमेंट नं. 15 में बेंत काटा जा रहा है। जहां इसको लेकर टाईगर रिजर्व के वनकर्मी तक क्षेत्र में गस्त करते रहे। लेकिन मामला उच्चधिकारियों के संरक्षण के चलते ड्यूटी पर तैनात वनकर्मियों द्वारा इस अबैध काम में बोलने की जहमत ही नहीं उठा पा रहे हैं। अगर कहीं मामला मीडिया की नजरों तले पड़ जाएगा तो छोटे वन कर्मचारी सिर्फ कार्यवाही के पात्र बनेंगे।