पीलीभीत: जिलाधिकारी श्री पुलकित खरे की अध्यक्षता में नगर निकायों के कार्यांे व गौशालाओं की समीक्षा बैठक गांधी सभागार, पीलीभीत में सम्पन्न हुई। आयोजित बैठक में जिलाधिकारी द्वारा कोरोना वायरस से बचाव हेतु मास्क न लगाने वाले व्यक्तियों से वसूले गये जुर्माना कम व्यक्तियों पर लगाये जाने पर असंतोष व्यक्त करते हुये समस्त अधिशासी अधिकारियों को कडे़ निर्देश दिये गये कि संघन जांच अभियान चलाकर मास्क न लगाने वाले व्यक्तियों पर निर्धारित जुर्माना लगाया जाये। उन्होंने कहा कि व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उनको साथ में लेकर बाजारों में अभियान चलाया जाये और जिस दुकानदार द्वारा मास्क का प्रयोग न किया जा रहा हो तो उस पर कार्यवाही करते नियमानुसार जुर्माना लगाया जाये। उन्होंने कहा कि इसकी प्रतिदिन समीक्षा की जायेगी और जिस नगर पंचायत/नगर पालिका में कार्यवाही में कमी पाई जायेगी तो सम्बन्धित के विरूद्व कार्यवाही की जायेगी। उन्हांेने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु मास्क लगाना अनिवार्य है अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जाये।
जिलाधिकारी द्वारा शौचालय व ड़लावघर की समीक्षा के दौरान समस्त अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि डलावघर के निर्माण का कार्य माह के अन्त तक पूर्ण करा लिया जाये। इसके उपरान्त सफाई नायकों को अवगत करा दिया जाये कि कूड़ा डलावघर के अन्दर ही डाला जाये, बाहर खुली सड़क पर कूडा पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्व कठोर कार्यवाही की जायेगी। शौचालय निर्माण सम्बन्धी कार्य भी माह के अन्त तक पूर्ण करना सुनिश्चित किया जाये। फोगिंग के सम्बन्ध में समस्त अधिशासी अधिकारियों को फोगिंग की गाड़ियों को बढ़ाने के निर्देश देते हुये कहा कि रोस्टर वार फोगिंग के दौरान सम्बन्धित वार्ड के सभासद को अवश्य अवगत करायें। गौशालाओं की समीक्षा के दौरान नगर पालिकाओं में कान्हा गौशालाओं के सम्बन्धम ें निर्देशित करते हुये कहा जिन नगर पालिकाओं से अभी तक प्रस्ताव नही गया है वह तत्काल प्रस्ताव प्रेषित किया जाये तथा निर्माणाधीन के लिए द्वितीय किस्त की मांग तत्काल पे्रेषित की जाये। गौशालाओं की समीक्षा के दौरान समस्त खण्ड विकास अधिकारी व अधिशासी अधिकारियों को ठण्डक के दृष्टिगत निर्देशित करते हुये कहा कि समस्त गौशालाओं में व्यवस्थाऐं सुनिश्चित कर ली जाये, ठण्डक के कारण गौवंशों की मृत्यु न होने पाए तथा गौशालाआंे में भेजी गई पराली के उचित प्रबन्धन हेतु मनरेगा के माध्यम से संरक्षित कर ली जाये। इस दौरान मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित गौशालाओं में निर्धारित क्षमता के अनुसार गौवंशों को संरक्षित किया जाये तथा प्रत्येक गौशालाओं में ऐसे समूहों को गौमय उत्पाद हेतु प्रशिक्षित किया जाये जो इस कार्य हेतु इच्छुक हैं।
इसके साथ ही साथ जनपद के विकास खण्डों में नवनिर्मित होने वाली गौ आश्रय स्थलों की समीक्षा गई। जनपद के चार विकास खण्डों में 14 नई गौ आश्रय स्थलों पर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया। तहसील पीलीभीत विकासखण्ड ललौरीखेडा की ग्राम शिवपुरिया, ऐमी, पसियापुर, जगदीशपुर, तहसील बीसलपुर विकासखण्ड बीसलपुर के ग्राम खनका उचसिया व सकिया, बिहारीपुर कुंवरिका जल भराव के कारण गौ आश्रय स्थलों का प्रस्ताव निरस्त कर दिया गया इनके स्थान पर अन्य जगह का प्रस्ताव तहसील स्तर पर भेजा गया है। तहसील बीसलपुर के विकासखण्ड बरखेडा के ग्राम सोंधा, कटकवारा, रामनगर जगतपुर, भीकमपुर व विकासखण्ड बिलसण्डा के ग्राम हसौआ, नवदिया मरौरी व हम खेदिया ताल पर मनरेगा के द्वारा गौ आश्रय स्थल हेतु कार्य कराया जा रहा है।
आयोजित बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री श्रीनिवास मिश्र, अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) श्री अतुल सिंह, समस्त उप जिलाधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, परियोजना निदेशक श्री अनिल कुमार, समस्त अधिशासी अधिकारी, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।