पीलीभीत पूरनपुर। जून का महीना सबको याद है और इसी महीने में तपती हुई तेज धूप और भीषण गर्मी का आलम सबको याद है। वहीं गांव हो या शहरी क्षेत्र के लोग मानसून पहुंचने व बदरा बरसने का इंतजार बखूबी बेसब्री से कर रहे हैं ताकि आम जनमानस को गर्मी से निजात मिल सके तो वही किसानों को उनकी फसल के लिए पर्याप्त पानी मिल जाए ताकि खेतों में खड़ी फसल की प्यास बुझ जाए पानी के अभाव में सूख रहे हरी-भरी फसल को देखकर किसान का कलेजा थरथरा रहा है। लेकिन मरता क्या नहीं करता घर में खाने को भरा अनाज बेच बेच कर डीजल खरीद कर किसान ट्यूबवेल से सींचकर फसल को जिंदा कर रहे हैं तो वही यह सिंचाई ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है। लेकिन शहर या नगर के लोग लगातार पड़ रही गर्मी से व्याकुल है तो वही किसान अपनी फसल को बचाने के लिए सब कुछ दांव पर लगा कर डीजल खरीद कर खेत में पानी की पूर्ति कर रहे हैं। क्षेत्र में मानसून चाहे जब भी पहुंचे लेकिन गांव से शहर तक आम जनमानस की निगाहें बदरा बरसने का बेसब्री से इंतजार है इसी को लेकर गांव क्षेत्र में तो तरह-तरह के टोटके भी आजमाए जा रहे हैं लेकिन बेदर्दी बदरा बरसते ही नहीं।