शाहगढ़ रेलवे स्टेशन के बीच दो दिवसीय सीआरएस निरीक्षण रविवार को पूरा हो गया। मुख्य संरक्षा आयुक्त प्रणजीव सक्सेना ने दूसरे दिन माला जंगल से पीलीभीत तक बारीकी से जांच की। स्पीड ट्राॅयल में पीलीभीत से शाहगढ़ तक रेल इंजन 110 प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ा। वहीं जंगल में 20 प्रति घंटे की रफ्तार से इंजन दौड़ाया गया। उम्मीद की जा रही है कि अब सीआरएस निरीक्षण के बाद जल्द ही यात्रियों को पीलीभीत से लखनऊ व दिल्ली तक आसान सफर की सुविधा मिलने लगेगी।
मुख्य संरक्षा अधिकारी ने रेलखंड में पड़ने वाले सभी हाॅल्ट, स्टेशनों का बारीकी से निरीक्षण किया। स्टेशन, हाॅल्ट पर लगे उपकरणों के मानकों व गुणवत्ता की जांच की। साथ समपार फाटकों, रेलखंड में कार्यरत रेल कर्मचारियों की कार्य करने की दक्षता जानकारी ली। पब्लिक सेफ्टी से संबंधित दिशा, निर्देश बोर्ड देखे।
उम्मीद की जा रही है कि अब मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त की स्वीकृति मिलने के बाद पीलीभीत से शाहगढ़ तक ट्रेनों का संचालन शुरू हो सकेगा। इस रूट से लखनऊ, दिल्ली, गोरखपुर, अमृतसर आदि राज्यों के लिए ट्रेनें संचालित हो सकेंगी। दैनिक यात्रियों के लिए मेमो ट्रेन भी चलाई जाएगी।
निरीक्षण के समय मंडल रेल प्रबंधक परिचालन विजय यादव, डिविजन मंडल इंजीनियर टीआरडी राजकुमार गंगवार, डिविजन मंडल इंजीनियर दूरसंचार धनंजय, डिविजन मंडल इंजीनियर रंजीत, रेल विकास निगम के सेक्शन प्रभारी कृष्णमोहन विश्वकर्मा, उप प्रबंधक योगेश मिश्र, प्रोजेक्ट मैनेजर आरडी यादव, मधुर गोयल, अजय यादव, शहनवाज हुसैन आदि मौजूद रहे।