पीलीभीत के जिला कारागार के बंदी ने शौचालय में फंदा लगाकर की आत्महत्या, दुष्कर्म के मामले में था निरुद्ध

पीलीभीत में दुष्कर्म के आरोपी बंदी ने मंगलवार को जिला कारागार के शौचालय में मफलर का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलते ही एसडीएम सदर, सीओ, कोतवाल समेत तमाम अधिकारी जिला कारागार पहुंच गए।

कोतवाली पूरनपुर क्षेत्र के ग्राम सिमराय निवासी 23 वर्षीय सुखविंदर पुत्र तिलक राम के खिलाफ वर्ष 2016 में कोतवाली पूरनपुर में दुष्कर्म और पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। वर्ष 2020 में वह जमानत पर बाहर आया था। सात फरवरी को न्यायालय में पेशी के दौरान न्यायालय के आदेश पर दोबारा जेल भेज दिया गया था।

जंगले से बांधा फंदा

मंगलवार दोपहर साढ़े 12 बजे उसने शौच के लिए जाने की बात कही। इसके बाद जेल के नंबरदार उसको लेकर शौचालय में गए। जब काफी देर तक वह शौचालय से बाहर नहीं आया तो जेल कर्मियों ने अंदर झांककर देखा। शौचालय के अंदर वह रोशनदान के जंगले पर मफलर का फंदा बनाकर लटका हुआ था। मौके पर पहुंचे जेल चिकित्सक ने उसको मृत घोषित कर दिया।

जेल में बंदी के आत्महत्या करने की सूचना पर एसडीएम सदर देवेंद्र सिंह, सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नरेश त्यागी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट हो सकेगा।