पूरनपुर अधिकारियों की उदासीनता के चलते सड़कों पर धड़ल्ले से डग्गामार वाहनों का संचालन किया जा रहा है।क्षमता से अधिक सवारियां भरकर बेखौफ दौडाए जा रहे हैं।हादसे होने के बावजूद प्रशासन मौन स्वीकृति धारण किए हुए है।जागरूक लोगों ने डग्गामार वाहनों पर रोक लगाए जाने की मांग की है।जिससे लगातार हो रहे हादसों पर अंकुश लग सके।
तहसील क्षेत्र में गन्ना ही नहीं सरकारी गल्ला के गाड़ियों में नौ से 10 टन के स्थान पर 20 टन माल भरा जा रहा है।डग्गामार वाहनों में भी क्षमता से अधिक सवारियां भरी जा रही है।इसके चलते आए दिन लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं । यह डग्गामार वाहन पुलिस चौकियों के सामने से बेधड़क होकर गुजरते हैं। उसके बावजूद पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना रहता है। डग्गामार बाहन स्वामी सवारियों को ऊपर और दाएं बाएं लटका कर सडकों पर दौड रहे हैं।पूरनपुर आसाम हाईवे से पीलीभीत मार्ग,पूरनपुर से माधोटांडा मार्ग,कलीनगर मार्ग,शेरपुर कला मार्ग सहित दर्जनों मार्गो के अलावा 94 गांवों में भी क्षमता से अधिक टेंपो संचालक सवारियां भर कर चल रहे हैं।परिवहन विभाग और पुलिस की छत्रछाया में वाहन दौड़ रहे हैं।आए दिन डग्गामार वाहन सड़कों पर पलट कर हादसे कर रहे हैं।कई लोग मौत के काल में भी समा चुके हैं।उसके बावजूद अभी तक इन वाहनों पर अंकुश लगाने में शासन-प्रशासन फेल साबित हो रहा है।बताया जाता है कि विभागीय अधिकारियों को इसका हर महीने रुपया भी दिया जाता है।इसी के चलते वाहन स्वामी बेखौफ होकर मानक से अधिक भर कर सडकों पर दौड रहे हैं।