पीलीभीत : आजादी के अमृत महोत्सव एवं चौरी चौरा शताब्दी समारोह की श्रृंखला में आज जनपद के विभिन्न सरकारी कार्यालय व विद्यालयों में भारत रत्न पं0 गोविन्द वल्लभ पन्त की जयन्ती मनाई गई। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट गांधी सभागार पीलीभीत में आयोजित कार्यक्रम के अन्तर्गत अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) श्री देवेन्द्र प्रताप मिश्र, नगर मजिस्ट्रेट श्री अरूण कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारियों द्वारा पं0 गोविन्द वल्लभ पन्त के छायाचित्र पर माल्यापर्ण कर श्रद्वा सुमन अर्पित किये गये। इसके साथ ही साथ विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशान्त कुमार श्रीवास्तव व कार्यालय के विभागाध्यक्षों द्वारा माल्यार्पण कर श्रद्वा सुमन अर्पित किये गये।
उन्हांने पन्त जी के सत्कृत्यों को स्मरण करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुये कहा कि स्वतंत्र भारत में उ0प्र0 के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में किया गया और उन्होंने देश तथा प्रदेश को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने में अहम भूमिका निभायी। उन्होने कहा कि पन्त जी का स्वतंत्रता आन्दोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होने असहयोग आन्दोलन, साइमन कमीशन के वहिष्कार एवं नमक सत्याग्रह में बढ-चढ कर हिस्सा लिया था।
उन्होंने कहा कि पन्त जी महान देशभक्त, कुशल प्रशासक, सफल वक्ता तथा लेखनी से सशक्त थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के बाद उन्होने देश के गृहमंत्री के पद का भी निर्वहन किया। उनकी महान देशभक्ति तथा कुशल सेवा के कारण 1957 में भारत सरकार ने सर्वोच्च उपाधि भारत रत्न से विभूषित किया। इस अवसर पर सभागार में उपस्थित अन्य कर्मचारियों द्वारा उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम के दौरान नगर मजिस्ट्रेट, मुख्य कोषाधिकारी, उप जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
संवाददाता रामगोपाल कुशवाहा