पीलीभीत :सुप्रसिद्ध प्राचीन लंगड़े बाबा देवस्थल तक पहुंचने के लिए नहर की पुलिया निर्माण कराए जाने को मांग को लेकर हरियाणा के एक संत अब गए हैं। मंगलवार तक पुलिया की स्वीकृत न होने पर जिंदा भू – समाधि लेने का ऐलान कर दिया है। संत ने इसके लिए देवस्थल पर भूमि पूजन भी किया। प्रशासन तक भी मामला पहुंच गया।संत के इस निर्णय से हड़कंप मच गया।
नगर के समीप महावलिदानी राजा मोरध्वज की राजधानी की गोद में बसा मझिगवां गांव की हद में प्राचीन और विख्यात लंगड़े बाबा देवस्थल है। यहां पर महंत सत्यगिरी जी महाराज रहते हैं। धार्मिक स्थल पर देव प्रभाव और संत सत्यगिरी के व्यवहार के चलते तमाम भक्तों का हर समय तांता लगा रहता है कोई रोट तो कोई मुंडन तो कोई कथा अनुष्ठान कराने यहां पहुंचता है। बाहर के संतों का भी आवागमन रहता है। हरियाणा से पधारे संत नागा बाबा गोपाल गिरि भी कार से पहुंचे तो आश्रम के प्रवेश द्वार पर बहने बाली नहर की पुलिया निर्माण होने से भक्तों द्वारा बनाई गई कच्ची पटरी में कार धस गई और पलटने से बची तो संत की जिंदगी भगवान ने बस बचा ही दी। इस घटना के बाद संत नागा बाबा गोपाल गिरि भड़क उठे और उन्होंने पुलिया निर्माण की मांग पूरी न होने पर आश्रम में ही मंगलवार को अपराह्न तीन बजे भू – समाधि लेने का ऐलान कर दिया। इसके लिए विधिवत प्रस्तावित समाधि स्थल का भूमिपूजन भी किया गया। संत का कहना है लंबे समय से पुलिया की मांग शासन प्रशासन से की जा रही है भाजपा विधायक रामसरन वर्मा से भी मांग की गई, परंतु किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। संत ने कहा प्रशासन को निर्णय से अवगत करा दिया गया है। संत बोले या तो पुलिया बनेगी नही तो संत की जिंदा समाधि लगेगी।
रिपोर्ट रामगोपाल कुशवाह पीलीभीत