पीलीभीत : ज्ञापन देकर किसानो ने मांगे पूरी कराने की उठाई मांग

पूरनपुर।किसानों की समस्याओं के निस्तारण को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने तहसील पहुंच कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।सूचना पर पुलिस पहुंची। काफी समझाने का प्रयास किया।लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर अडे रहे।उसके बाद उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर शीघ्र ही किसानों की समस्याओं का निस्तारण कराए जाने की मांग की है।
मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन(अराजनैतिक) के जिला अध्यक्ष मंजीत सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने तहसील पहुंच कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।सूचना पर पहुंचे तहसीलदार ध्रुव नारायण व पुलिस ने काफी समझाने का प्रयास किया।लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़े रहे। उन्होंने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी आशुतोष गुप्ता के गैरमौजूदगी में तहसीलदार ध्रुव नारायण को सौंपा।जिसमें कहा गया है कि वर्ष 2021-22 में किसानों का बकाया गन्ना भुगतान गन्ना एक्ट के प्रावधानों के तहत मय ब्याज सहित दिलाए जाने की मांग रखी।पेराई सत्र शीघ्र ही चालू कराए जाने, धान की पैदावार अधिक होने के कारण प्रति एकड़ के हिसाब से 30 से 35 कुंटल सरकारी खरीद कराए जाने की मांग उठाई।आवारा पशुओं से किसानों की फसल को नुकसान हुआ है।इसको लेकर उनको शीघ्र ही मुआवजा दिलाए जाने और पशुओं को पकड़ कर छोडे जाने की मांग की है।नलकूपों पर लगाए गए विद्युत मोटर पंप रोक लगाए जाने और सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने की मांग की।ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत कटौती पर रोक लगाए जाने,प्राइवेट विक्रेताओं द्वारा नक़ली रासायनिक उर्वरक कीटनाशक जिला कृषि अधिकारी के सरक्षंण में दी जा रही है।जिसकी जांच कराकर लाइसेंस निरस्त कराने की मांग की है।शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने से दर्जनों गांव बाढ़ से ग्रस्त है।शासन द्वारा आपदा के तहत जरूरी सुविधाएं मुहैया कराए जाने की मांग उठाई है।जंगल के तार चारों तरफ तार फैसिंग कराने,सरकारी धान क्रय केंद्रों के हैंण्लिनग ठेके अधिकतर राइस मीलों एवं खाद्यान्न माफियाओं को दिए गए हैं।जिनका प्रभाव क्रय केंद्र प्रभारियों पर बना रहता है।सरकारी धान क्रय केंद्र को माफियों,दलालों विचौलियों से मुक्त कराए जाने की मांग की है।पेट्रोल और डीजल में बड़े पैमाने पर घटतोली की जा रही है।जिसकी जांच कराकर कार्रवाई की मांग उठाई गई है।भारी बारिश के चलते किसानों की फसल का नुकसान हुआ है।जिसका सर्वे कराकर से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की गई है।एक अक्टूबर से धान खरीद केंद्र शुरू हो रही है।इसको लेकर केंद्रों पर पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त कराने की मांग उठाई है।ग्रामीण क्षेत्रों में बकाया विद्युत बिल के चलते कनेक्शन काटे जा रहे हैं।गन्ना का हिसाब आने तक बिजली वसूली पर रोक लगाने की मांग उठाई है।अन्य कई समस्याएं के निस्तारण की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में वेनी राम,मनजीत सिंह,कुलवंत सिंह,गोकर्ण लाल,शांति देवी,सीमा देवी,राम बेटी,बृजपाल,प्रेमपाल सहित बड़ी संख्या में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे।