पीलीभीत /पूरनपुर : भाजपा विधायक बाबूराम पासवान ने शुक्रवार को अपने आवास पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी मनाई, इस दौरान उन्होंने उनके चित्र पर माला और पुष्प अर्पित किए ,उन्होंने कहा कि वह राष्ट्र स्वयंसेवक संघ में एक अहम भूमिका निभाई है, आजीवन संघ के प्रचारक रहे और उनके कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है,और उन्होंने देश को एकात्मक मानववाद जैसी प्रगतिशील विचारधारा दी साथ ही दुनिया को पूंजीवाद या साम्यवाद में नहीं बल्कि मानववाद की जरूरत का संदेश दिया है । जिसको आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार साकार कर रही है। इसलिए भाजपा के लिए यह तारीख बहुत महत्वपूर्ण है उनके विचारों और उनके दर्शन को जन सामान तक पहुंचाने के लिए भाजपा 100 वी जयंती मना रही है ,दीनदयाल उपाध्याय लगभग 15 वर्ष जन संघ के महासचिव रहे वर्ष 1967 में उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए, क्योंकि उन्हें केरल के कालीकट कोझीकोड में राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया ,विधायक ने यह भी कहा कि भारतीय राजनीति के 70 साल के इतिहास में यह पहली बार है ,जब महात्मा गांधी, सरदार बल्लभ भाई पटेल ,डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ,सुभाष चंद्र बोस और जवाहरलाल नेहरू के साथ-साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय को भी सम्मान आदर दिया जा रहा है। यह भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती है कि जिस भाजपा के साथ राजनीतिक छुआछूत का व्यवहार किया गया , लोकतंत्र के उन पौधों में से एक उनका व्यक्तित्व है जिन्होंने इसके उदार और भारतीय स्वरूप को बढ़ा है उन्होंने राजनीति में सत्ता प्राप्त के उद्देश्य को लेकर प्रवेश नहीं किया था यह सत्य समझने के लिए उनके जौनपुर के उपचुनाव का अध्ययन करना चाहिए। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का स्वयं मत था कि परंपरागत अर्थों में राजनीति नहीं है वे राष्ट्र स्वयंसेवक संघ के जीवन वृति प्रचारक थे । इस दौरान मुख्य रूप से बालक राम प्रधान कमलाकर प्रफुल्ल मिश्रा राजेश सुरेश आदि लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट रामगोपाल कुशवाहा पीलीभीत