पीलीभीत पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव लहा निवासी श्रीराम को कोतवाली पुलिस ने कोतवाली परिसर में बुलाया। आरोप है उसके बाद 4 माह पुरानी वीडियो के आधार पर उस पर दोबारा से रिपोर्ट दर्ज कर न्यायालय से जेल भेज दिया गया। जानकारी लगने के बाद भाकियू नेता एवं कार्यकर्ता कोतवाली पहुंच गए जब उन्होंने श्रीराम के बिषय मे जानकारी की तो पता चला कि उसपर कार्रवाई करते हुए उसको न्यायालय में पैस कर जेल भेज दिया गया। कार्यकर्ता को जेल भेजने से नाराज भाकियू ने पुलिस पर राजनीतिक दबाव मे जेल भेजने का आरोप लगाते हुए जमकर कोतवाली गेट पर हंगामा कर पुलिस विरोध नारे लगाए। कोतवाली परिसर में मौजूद उप जिलाधिकारी की गाड़ी को भी रोक लिया और कार्यकर्ता को जेल भेजने की बजह जानी तब पुलिस के द्वारा जो बीडीओ दिखाया गया बताया जा रहा है। कि वह बीडीओ चार माह पुराना है और उस बीडीओ को लेकर पुलिस चार माह पहले ही उस मामले में रिपोर्ट दर्ज की थी जिसमें उसको जमानत मिल गई थी। भाकियू नेता का आरोप कि गांव लहा में धार्मिक स्थल पर कुछ लोगों के द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा था। जिसको लेकर श्रीराम ने आवाज उठाई और चुनावी रंंजिश के चलते सत्ताधारी नेता ने माननीय जी की मदद से भाकियू कार्यकर्ता पर दुबारा से रिपोर्ट दर्ज कर न्यायालय भेजकर जेल भेज दिया है।