पीलीभीत भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंकों में से एक बैंक ऑफ़ बड़ौदा (बैंक) ने आज बड़ौदा किसान पखवाड़ा के 5वें संस्करण की शुरुआत की घोषणा की। यह वार्षिक किसान जुड़ाव कार्यक्रम 15 नवंबर, 2022 को शुरू होगा और 30 नवंबर, 2022 को बड़ौदा किसान दिवस समारोह के साथ समाप्त होगा। 2 सप्ताह के कृषि उत्सव के दौरान, बैंक कई आउटरीच कार्यक्रम के माध्यम से 4.5 लाख किसानों मुख्य रूप से एग्री कस्टमर सेगमेंट को सेवा देने वालीदेश भर में 5,000 अर्ध-शहरी और ग्रामीण शाखाओं के साथ बैंक का नेटवर्क, श्बड़ौदा किसान पखवाड़ाश् में सक्रिय रूप से भाग लेगा। बड़ौदा किसान पखवाड़ा कृषक समुदाय के साथ जुड़ाव बढ़ाने और बैंक ऑफ़ बड़ौदा की तरफ से पेश किए जा रहे विभिन्न कृषि उत्पादों, योजनाओं और डिलीवरी चौनल्स और किसानों के लाभ के लिए सरकार द्वारा की गई पहलों के बारे में जागरूकता का प्रसार करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
किसान बैठकों, चौपालों, किसान मेलों आदि जैसे आउटरीच कार्यक्रम के माध्यम से, बैंक विभिन्न कृषि ऋण उत्पादों जैसे बड़ौदा किसान क्रेडिट कार्ड, ट्रैक्टर लोन, गोल्ड लोन, स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी)/संयुक्त देयता समूह(जेएलजी) को वित्त प्रदान करने, कृषि से जुड़ी व गतिविधियों आदि के लिए ऋणों और किसानों के लिए उपलब्ध सुविधा के बारे में विस्तृत जानकारी देगा। बैंक ने विशेष रूप से कृषि सेगमेंट के लिए डिजिटल बैंकिंग सेवाएं भी शुरू की हैं ताकि वे आसानी से कृषि ऋण के लिए आवेदन कर सकें।
यह आयोजन विभिन्न सरकारी कृषि पहलों जैसे कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत कर्ज देने संबंधी योजनाएँ, एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (एआईएफ), एनिमल हसबेंडरी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (एएचआईडीएफ), प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई), पीएम फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज स्कीम (पीएम-एफएमई)आदि को भी बढ़ावा देगा।
इस अवसर पर बोलते हुए, बैंक ऑफ़ बड़ौदाकेप्रबंधनिदेशकऔर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री संजीव चड्ढा ने कहा, “सार्वजनिक क्षेत्र केअग्रणी बैंक के रूप में भारतीय कृषक समुदाय के साथ बैंक ऑफ़ बड़ौदा का एक मजबूत और पुराना संबंध है और हम उन से गहराई से जुड़े हुए हैं। हम ग्रामीण और अर्ध-शहरी भारत को मुख्यधारा की बैंकिंग से जोड़ते हैं और अपने विस्तृत ऋण उत्पादों तथा बैंकिंग सुविधाओं के जरिए उनके कृषि कार्य में प्रगति लाने में सहायता प्रदान करते हैं। श्बड़ौदा किसान पखवाड़ा बैंकिंग उद्योग में एक अनूठी और वास्तव में अपनी तरह की अनूठी पहल है, जो हमारे कृषि से जुड़े ग्राहकों के साथ हमारे संबंधों को मजबूत करने और देश में उनके योगदान को स्वीकार करने का एक अवसर है।
बैंक ऑफ़ बड़ौदा के क्षेत्रीय प्रमुखदृबरेली जिला क्षेत्र,श्री एस.के. सिन्हा एवं देहारादून क्षेत्र, श्री नेत्रमणिने कहा, ष्बरेली जिला क्षेत्रमें, बैंक ऑफ़ बड़ौदा के पास दीर्घकालीन समय से किसान ग्राहकों का एक मजबूत ग्राहक आधार है जो कई वर्षों से चला आ रहा है। बैंक स्थानीय कृषि क्षेत्र की बैंकिंग और वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस वर्ष के श्बड़ौदा किसान पखवाड़ा में, बरेली जिला क्षेत्र से 48 शाखाएँ शामिल होंगी और किसान बैठक, चौपाल, मृदा जांच शिविर, मवेशी स्वास्थ्य जाँच शिविर आदि जैसे कई कार्यक्रमों का आयोजन करेंगी और ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक पहुँचेंगी।
पखवाड़े के पहले के चार संस्करणों में ग्राहकों की तरफ से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली और विभिन्न स्तरों पर इसको सराहा गया। 2018 में, बड़ौदा किसान पखवाड़ा के उद्घाटन संस्करण को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा देश में इस तरह के सबसे बड़े किसान जुड़ाव कार्यक्रम के रूप में पहचान मिली।
इस साल बैंक का लक्ष्य,इस आयोजन की पहुंच को विस्तृत करने तथा विविध उत्पादों की पेशकश करके और अधिक किसानों को बैंकिंग परिधि में शामिल करना है। इन उत्पादों मेंबैंक बड़ौदा किसान क्रेडिट कार्ड (बीकेसीसी), ट्रैक्टर लोन, गोल्ड लोन, एसएचजी/जेएलजी कोवित्तपोषण,कृषि से संबद्ध गतिविधियां, किसान उत्पादक संगठन/कंपनी (एफपीओ/एफपीसी), खाद्य और कृषि प्रसंस्करण इकाइयाँ आदि शामिल हैं। 30 सितंबर, 2022 तक बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने कृषि क्षेत्र को 1,14,964 करोड़ रुपये का ऋण दिया है जो वार्षिक आधार पर 14.1 प्रतिशत की प्रगति दर्शाता है। ग्राहक, बैंक ऑफ़ बड़ौदा से कृषि ऋण हेतु आवेदन करने के लिए https://bit.ly/AGRILoans को देख सकते हैं।
जनपद पीलीभीत में आयोजित उक्त शिविर में लगभग 280 किसान बंधुओं ने प्रतिभाग किया एवं शिविर में बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा 121 कृषकों को 10 करोड़ के ऋण वितरित किए गए। जिसमें केसीसी ऋण, ट्रैक्टर ऋण, कार ऋण, स्वयं सहायता समूह सीसीएल ऋण, मत्स्य पालन ऋण, पशु पालन ऋण एवं उद्योग ऋण शामिल थे।
अंत में अग्रणी जिला प्रबन्धक श्री गौरव गुप्ता द्वारा सभी कृषकों, एवं बैंक अधिकारियों द्वारा मेले में प्रतिभाग कर आयोजन को सफल बनाने हेतु धन्यवाद ज्ञापित कर मेले की समाप्ती की घोषणा की गयी।