पीलीभीत:पराली के उचित प्रबन्धन हेतु प्रत्येक ग्राम में आयोजित की जाये जागरूकता गोष्ठियां।

पीलीभीत: जिलाधिकारी श्री पुलकित खरे की अध्यक्षता में आगामी धान कटाई के समय पराली के उचित प्रबंधन के दृष्टिगत आज कृषि विभाग के सहायक विकास अधिकारी कृषि, ब्लाक टेक्नीकल मैनेजर, एग्रीकल्चर टेक्नीकल मैनेजर व तकनीकी सहायकों के साथ समीक्षा बैठक की गई। जिलाधिकारी ने प्रभारी उप निदेशक कृषि को निर्देशित करते हुये कहा कि जनपद के कस्टम हायरिंग सेंटर एवं फार्म मशीनरी बैंकों के द्वारा उनकी न्याय पंचायत में पराली के प्रबन्धन हेतु प्रयोग किया जाये तथा निश्चित दर निर्धारित करते हुये किसानों को व्यवस्था उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी पराली जलाने की घटनाओं पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाया जायेगा और नियमों का अनुपालन न करने पर सम्बन्धित के विरूद्व कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि सभी ब्लाक टेक्नीकल मैनेजर, एग्रीकल्चर टैक्नीकल मैनेजर व तकनीकी सहायक, किसान सहायक, लेखपाल, ग्राम प्रधान, किसान मित्र, बीट कांस्टेबल, सचिव 25 सितम्बर से जागरूकता गोष्ठियों का आयोजन प्रत्येक ग्राम में कराना सुनिश्चित करेगें। आयोजित गोष्ठियों में एक एक किसान को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में अवगत करायें और साथ ही साथ उन विकल्पों के बारे में भी अवगत करायें, जिनके माध्यम से पराली का उचित प्रबन्धन करते हुये खेत की उर्वरता शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी न्याय पंचायतों में डिकम्पोजर के घोल को समय से तैयार करने की जानकारी प्रदान की जाये। उन्होंने कहा कि किसानों को यह भी अवगत करायें कि पराली जलाने की सूचना सैटेलाइट के माध्यम से तत्काल उपलब्ध कराई जाती है, जिस पर जुर्माने की कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने कहा कि किसानों को जानकारी दें कि कृषि यंत्रों के माध्यम से पराली का प्रबंधन किया जा सकता है। पराली को काटकर मिट्टी में मिलाने का कार्य कर भूमि की उर्वरता शक्ति को बनाए। उन्होंने कहा कि किसानों को अवगत करायें कि हम सभी का दायित्व है कि आने वाली पीढ़ी को अच्छा वातावरण व श्रेष्ठ संसाधन उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि खेत में पराली को जलाने से भूमि के पोषक तत्व व सूक्ष्म जीव नष्ट हो जाते हैं जिससे उत्पादकता की क्षमता पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। आयोजित बैठक में जिलाधिकारी द्वारा समस्त उप जिलाधिकारी व सहायक विकास अधिकारी कृषि को निर्देशित करते हुये कहा कि सभी सुनिश्चित करें कि अपने अपने क्षेत्रों में पराली के प्रति अधिक से अधिक किसानों को जागरूक करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशान्त कुमार श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी न्यायिक श्री देवेन्द्र प्रताप मिश्र, समस्त उप जिलाधिकारी, प्रभारी उप निदेशक कृषि श्री विनोद कुमार यादव, जिला गन्ना अधिकारी श्री जितेन्द्र कुमार मिश्रा सहित अन्य उपस्थित रहे।

संवाददाता रामगोपाल कुशवाहा