पीलीभीत: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में राजस्व निरीक्षक/लेखपालों के साथ बैठक पूरनपुर स्थित सभागार में बैठक सम्पन्न हुई। उन्होंने कहा कि वर्तमान में धान खरीद व पराली सबसे महत्वपूर्ण कार्य हैं समस्त लेखपाल साफ नियत से कार्य करते हुये किसानों के हित में कार्य करें और किसानों को वर्तमान में धान खरीद का अधिक से अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ प्रदान करें। उन्होंने कहा कि समस्त लेखपाल जिनकी ड्यूटी क्रय केन्द्रों पर लगाई गई है प्रतिदिन निर्धारित लक्ष्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करेगें। इसके लिए सम्बन्धित लेखपाल प्रतिदिन अपने क्षेत्र के 10 किसानों की सूची तैयार कर अगले दिन धान तौल हेतु क्रय केन्द्र पर लाना सुनिश्चित करेगें। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि किसानों को उनकी फसल पूरा मूल्य प्राप्त हो, आप लोग प्रतिदिन फोन करके अपने क्षेत्र के किसानों को क्रय केन्द्र धान लाने हेतु जागरूक करेगें तथा किसानों के अन्दर आत्म विश्वास उत्पन्न करें कि केन्द्र पर जाने पर उनका धान की तत्काल तौल की जायेगी। इस दौरान उप जिलाधिकारी व तहसीलदार को निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन धान क्रय केन्द्र के प्रभारियों के साथ समीक्षा की जाये तथा लक्ष्य पूर्ण न करने वालों के विरूद्व कड़ी कार्यवाही की जाये।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा समस्त लेखपालों को कड़े निर्देश देते हुये कहा कि सभी यह सुनिश्चित करें कि अपने अपने क्षेत्र में किसी भी दशा में पराली जलाने की घटना न घटित होने दें और ग्राम प्रधानों से किसानों को पराली न जलाने के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि किसानों को पराली को नष्ट करने हेतु कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे वेस्ट डिकम्पोजर का प्रयोग कर जैविक खाद के रूप में प्रयोग करे या पराली को पशुओं के चारे के रूप में काट कर उपयोग करें। उन्होंने कहा कि किसानों को जागरूक करें कि पास की गौशाला में पराली काटकर पहुंचाने पर कटाई व ढुलाई का भुगतान ग्राम पंचायत द्वारा किया जायेगा, उन्होंने कहा कि प्रत्येक सप्ताह तक गौशाला में अधिक पराली पहुंचाने वाले कृषकों/लेखपाल/अधिकारी को प्रति सप्ताह गौ मित्र के रूप में सम्मानित किया जा रहा है। आप लोग भी अच्छा कार्य करें जिससे अगले सप्ताह सम्मानित व्यक्तियों की सूची में आपकी तहसील से भी नाम सम्मिलित किये जा सकें। बैठक में उप जिलाधिकारी पूरनपुर, तहसीलदार पूरनपुर सहित अन्य अधिकारी गण मौजूद रहे।
रिपोर्ट: रामगोपाल कुशवाहा पीलीभीत