पीलीभीत : आज दिनांक 16 मार्च 2022 को आ अब लौट चलें कार्यक्रम के अंतर्गत कंपोजिट विद्यालय घाटमपुर की इ0 अ0 श्रीमती सतेंदर कौर द्वारा एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें इसी विद्यालय के पूर्व में पढ़ चुके छात्र एवं छात्राओं को अध्यापिका द्वारा निमंत्रण पत्र भेज कर निमंत्रित किया गया था जिन्होंने विद्यालय पहुंचकर मां सरस्वती के चित्र के सामने द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया इसी विद्यालय के पूर्व में छात्र रह चुके सियाराम जो अब प्राथमिक विद्यालय माधौपुर खुर्द में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत हैं बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षण में शिक्षक ,शिक्षार्थी और अभिभावक तीनों ही महत्वपूर्ण कड़ी हैं यदि कड़ी में से एक भी कड़ी कमजोर पड़कर टूट जाती है तो उन्हीं बच्चों की पढ़ाई छूट जाती है इसीलिए शिक्षक ,शिक्षार्थी एवं अभिभावक तीनों को एक श्रंखला बनाकर निरंतर शिक्षण कार्य में प्रतिभा करते रहना चाहिए और उन्होंने बालिका शिक्षा पर विशेष बल देते हुए कहा कि जो लोग आज एक प्राचीन सोच रखते हैं कि मेरी बेटी पढ़ कर क्या करेगी उसे तो गृह कार्य ही करना है ऐसे लोगों को अपनी सोच में परिवर्तन करने की जरूरत है क्योंकि हम एक आधुनिक युग में प्रवेश कर चुके हैं और आज बेटियां पढ़ लिख कर बड़े-बड़े पदों पर सुशोभित हो रही हैं। बाबूराम (शिक्षा मित्र) जोकि इसी विद्यालय के पूर्व में छात्र रह चुके हैं उन्होंने कहा कि जो भी माँ बाप अपने बच्चों को पढ़ने में सहयोग नही करते हैं या पढ़ने स्कूल नही भेजते वो स्वयं अपने बच्चों के शत्रु हैं क्यों कि आज के युग में पढ़ना लिखना अत्यंत आवश्यक है इसी विद्यालय के पूर्व छात्र बच्चू लाल व पूर्व छात्रा मानसी वर्मा ने भी अपने विचार रखे उपरोक्त कार्यक्रम में विद्यालय की इ0 अ0 सतेन्द्र कौर, स0 अ0 दीपिका गुप्ता, शिक्षा मित्र पूनम रानी, स0 अ0 अभिषेक और प्रबंध समिति अध्यक्ष ओम प्रकाश ,सदस्य एवं अभिभावक रूप कली, अनार कली , राधा देवी, प्रियंका वर्मा, रुचि वर्मा, सहित विद्यालय के सभी छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहीं ।
कार्यक्रम के अंत में सतेन्द्र कौर ने स्मृति चिन्ह पूर्व में छात्र रह चुके सिया राम ( प्र0 अ0 ) बाबू राम (शिक्षा मित्र ) बच्चू लाल ( रोजगार सेवक )व पूर्व छात्रा मानसी वर्मा ( रोजगार सहायक ) को भेंट कर सम्मानित किया और अंत में सभी अतिथियों का आभार व्यक्त कर धन्यवाद देकर कार्यक्रम का समापन किया ।