पीलीभीत : सम्पूर्ण समाधान दिवस में 57 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुई, जिसमें अन्य तहसीलों के 22 शिकायती प्रार्थना पत्र तथा मौक पर 05 का हुआ निस्तारण।

जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह एवं पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव की अध्यक्षता में तहसील सदर का सम्पूर्ण समाधान दिवस सम्पन्न हुआ। सम्पूर्ण तहसील समाधान दिवस में कुल 57 शिकायती प्रार्थना-पत्र प्राप्त हुये, जिसमें अन्य तहसीलों के शिकायती प्रार्थना पत्र 22, जिसमें जिलाधिकारी ने मौके पर ही 05 शिकायतों का निस्तारण किया। अवशेष शिकायतों के सम्बन्ध में संज्ञान लेते हुए कहा कि अधिकारी अपनी-अपनी विभागीय शिकायतों का गुणवत्ता परक ढ़ंग से निस्तारण करें, अधिकारी स्वयं शिकायतकर्ता की शिकायतों के निस्तारण हेतु मौका मुआइना अवश्य करें और शिकायतकर्ता सहित दोनों पक्षों को बुलाकर शिकायतों का निस्तारण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से जन सुनवाई की शिकायतों की गुणवत्ता की जांच की जा रही है, सभी अधिकारी दोनों पक्षों को बुलाकर गुणवत्तापूर्ण शिकायतों का निस्तारण करायें तथा निस्तारण आख्या पोर्टल पर अपलोड करें, जिससे कि शिकायतकर्ता द्वारा दोबारा शिकायत न की जा सके। राजस्व सम्बन्धी मामलों में जहां पर पुलिस प्रशासन की आवश्यकता हो तो वहां पुलिस को साथ लेकर मौके पर निस्तारण कराया जाये।

सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर देर से आने वाले अधिकारियों पर जिलाधिकारी ने कडी नाराजगी व्यक्त की और हिदायत देते हुए कहा कि जन शिकायतों की सुनवाई में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारी समय से अपने कार्यालयों व सम्पूर्ण समाधान दिवसों में पहुंचे। उन्होंने कहा कि अपनी कार्यशैली बदल लें। कामों को टालने की जगह उन्हें निपटाने पर ध्यान दें। आपसी समन्वय के साथ कार्य करे जिससे जन समस्याओं का त्वरित निस्तारण हो सके।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी घर में कोई मृत्यु हो जा रही है तो उसकी विरासत दर्ज करने पर प्राथमिकता के साथ काम हो। अगर कोई विवाद नहीं है तो विरासत दर्ज कर उसके घर पर जाएं। तेरहवीं संस्कार पर अपने हाथों से परिजनों को खतौनी दें। इससे प्रशासन को लेकर जनमानस में एक अच्छा संदेश जाएगा। यह नई परम्परा आज से ही विकसित की जाए। बीते दिन उन्होंने ग्राम मथुडांडी में राहत चौपाल का आयोजन किया था, जहां कुछ लोगों ने विरासत दर्ज न होने की शिकायत की थी। उन्होंने सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान ग्राम मथुडांडी निवासी मृतक मुंशी सिंह व कुंवर बहादुर के परिवारजनों को खतौनी वितरित की।

जिलाधिकारी ने विभागों के बीच आपसी समन्वय न होने को लेकर अधिकारियों की पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जनपद की साक्षरता दर की जानकारी ली। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अवगत कराया कि साक्षरता दर 63 प्रतिशत है। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुये साक्षरता के स्तर में सुधार लाने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्कूल चलों अभियान केवल जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी नहीं, बल्कि सभी विभागों की जिम्मेदारी है। जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक को साक्षरता दर बढ़ाने के सुझाव पूछे। इस दौरान उन्होंने साक्षरता को लेकर जिला पंचायतराज अधिकारी, डीसी मनरेगा, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों से सवाल-जवाब किए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि सभी मिलकर 90 फीसद तक साक्षरता लेकर जानी है। तहसील सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्रभागीय निदेशक वन्य एवं वन्यजीव प्रभाग भरत कुमार वीके, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आलोक कुमार, उप जिलाधिकारी सदर आशुतोष गुप्ता, तहसीलदार सदर अर्ची गुप्ता सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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