प्रदेश की जनपद मैनपुरी के थाना क्षेत्र में एक डाक विभाग में तैनात गांव के पोस्टमास्टर पर करोड़ों का घोटाला करने का ग्रामीणों ने आरोप लगाया है। ग्रामीणों का आरोप है की पोस्ट मास्टर नें रुपए जमा कर्ताओ की किताबों में रुपए की फर्जी एंट्री कर विभाग में रुपए जमा नहीं किए। पोस्ट मास्टर लोगों की गाड़ी कमाई को लेकर फरार हो गया। हालांकि पोस्ट मास्टर के गायब होते ही गांव में खलबली मच गई है। ग्रामीणों ने जिला अधिकारी से शिकायत कर आरोपी पोस्ट मास्टर के खिलाफ कार्रवाई कर उससे रुपए दिलाने जाने की मांग की है।
मामला जनपद मैनपुरी के अजीतगंज डाक घर के उप डाक घर अगौथा गांव से जुडा है। जहां डाकघर तैनात पोस्ट मास्टर ओम प्रकाश सिंह शाक्य पर करोड़ों रुपए का घोटाला करने का आरोप लगाकर कई ग्रामीण शिकायत करने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जहां पहुंचे ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनके गांव का पोस्ट मास्टर लोगों द्वारा अपने-अपने खातों में जमा किए गए पैसों को उनके खातों में जमा नहीं कर रहा था। खाता धारकों की किताबों में फर्जी तरीके से रूपों की एंट्री कर सारे रुपए को फर्जी इंट्री कर अपने पास रख रहा था।
पोस्टमास्टर के गायब होने पर मचा हड़कंप
पोस्ट मास्टर जब अपनी नौकरी से अचानक गायब हुआ, तो लोग को संदेह हुआ। लोग अपना ख़ाता चेक कराने के लिए जब अजीजगंज पोस्ट ऑफिस गए। यहां उन्हें पोस्टमास्टर की करतूत का पता चला, तो सभी के होश उड़ गए। घोटाले से पीड़ित हुए देवेश कठेरिया,पंकज, नीलकमल,देवेश कुमार, पूरन सिंह, रामकिशोर, श्रीकृष्ण सत्येंद्र सिंह, ऋषिकेश चौहान आदि कई जमाकर्ता पोस्ट मास्टर के घोटाले की शिकायत करने जिलाधिकारी के पास पहुंचे।
इनका कहना है कि वो लाखों रुपये जमा करा चुके हैं। सीआरपीएफ में डिप्टी कमांडेंट पद पर तैनात ऋषिकेश सिंह चौहान नें बताया उनका 35 लाख रुपया जमा है। किताबों में सिग्नेचर कर जमा कर लेता था। वह भी पोस्ट मास्टर की भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
की जा रही मामले की जांच-पड़ताल
मामले पर डाक अधीक्षक देवेंद्र सिंह से बात की तो उन्होंने बताया ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत की उन्हें जानकारी हो गई है। मामले की बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है। अगर वह दोषी पाया जाएगा तो उसकी चल और अचल संपत्ति को जब्त किया जाएगा।