उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो से प्रशासन में खलबली मची हुई है। ’25 हजार रुपये डीएम साहब को दिया, 25 हजार सीडीओ को भी देकर आया। जो सहयोग करेगा उसका हम भी सहयोग करेंगे, जो नहीं करेगा उसका हम भी नहीं करेंगे। जैसे प्रधान जसरथपुर का और प्रमोद का हुआ वैसा ही होगा…’ वायरल ऑडियो डीपीआरओ अविनाश चंद का बताया गया है। इस मामले में एक आरएसएस कार्यकर्ता ने शिकायत सीएम योगी आदित्यनाथ से भी की है, जिसमें ये ऑडियो भी संलग्न किया गया है।
मामला विकास भवन के पंचायत राज विभाग से जुड़ा हुआ है। विभाग के सर्वेसर्वा डीपीआरओ अविनाश चंद एक पंचायत सचिव से हो रही बातचीत में जिले के वरिष्ठ अधिकारियों पर रुपये लेने का गंभीर आरोप लगा रहे हैं। वे ऑडियो में साफ कह रहे हैं कि अगर पंचायत सचिव उनका सहयोग नहीं करेंगे तो वे भी उनका सहयोग नहीं करेंगे। किसी कर्मचारी की शिकायत के संबंध में ये पूरी बातचीत हो रही थी, जिसकी जांच चल रही है। ये बातें भी ऑडियो से ही स्पष्ट हो रही हैं। इतना ही नहीं डीपीआरओ अपनी बात का दबाव बनाने के लिए ये भी कह रहे हैं कि अगर सहयोग नहीं करोगे तो जैसे ग्राम प्रधान जसरथपुर और पंचायत सचिव प्रमोद कुमार के साथ हुआ वैसा ही होगा।
प्रधान का इसलिए दिया उदाहरण
दरअसल दो माह पहले ग्राम प्रधान जसरथपुर के अधिकार डीपीआरओ ने सीज कर दिए थे। साथ ही तत्कालीन पंचायत सचिव जसरथपुर प्रमोद कुमार को भी निलंबित कर दिया था। उन पर ग्राम पंचायत की समितियों के गठन में लापरवाही का आरोप लगाया गया था। ऐसे में कहीं न कहीं ऑडियो में कही जा रही बातें प्रमाणिक भी हो रही हैं।
वायरल हुआ ऑडियो
वहीं ऑडियो में दूसरा व्यक्ति डीपीआरओ को आश्वस्त कर रहा है कि वह कहीं से भी व्यवस्था कराए, लेकिन कराएगा। ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इससे प्रशासन में खलबली मच गई है। वहीं डीपीआरओ अविनाश चंद ने आरोपों को गलत बताया है।
सीएम को भेजी जा चुकी है शिकायत
दरअसल इस पूरे मामले की शुरुआत बुधवार को हुई थी। जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक कार्यकर्ता आदित्य कुमार ने मुख्यमंत्री को मामले में शिकायत भेजी थी। शिकायत में मामले का उल्लेख करने के साथ ही साक्ष्य के तौर पर ऑडियो भी संलग्न किया था। शिकायत की प्रति डीएम व मीडियाकर्मियों को भी भेजी गई है।
सीडीओ बोले नहीं है मामले की जानकारी
मामले में जब मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने मामले की जानकारी होने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि जब उन्हें ऑडियो प्राप्त होगा तो वे उसे सुनने के बाद ही कुछ कह सकेंगे।
डीएम बोले अत्यंत आपत्तिजनक है ऑडियो
मामले में डीएम अविनाश कृष्ण सिंह से भी बात की गई। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी डीएम और सीडीओ को रुपये देने की बात कह रहा है तो ये अत्यंत आपत्तिजनक है। उन्होंने मामले की जांच करवाकर डीपीआरओ के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कराने की बात कही।