फर्रुखाबाद-सीफ़ार के सहयोग से स्वास्थ्य संचार सुदृढ़ीकरण कार्यशाला का आयोजन:सभी लोग समय से कराएँ टीकाकरण और टीबी की जाँच–सीएमओ

फर्रुखाबाद :कोविड-19 को लेकर मीडिया ने जो सकारात्मक भूमिका निभाई है उसी का नतीजा है कि जनपद में इसका संक्रमण नियंत्रित है। इसी तरह मीडिया से अपेक्षा है कि वह सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान और 20 मार्च से शुरू होने वाले पोलियो अभियान में भी अपना सहयोग दे। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश चंद्रा का। डॉ. चंद्रा सोमवार को सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) के सहयोग से एक होटल में आयोजित स्वास्थ्य संचार सुदृढ़ीकरण मीडिया कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।

सीएमओ ने कहा कि यदि मीडिया कर्मियों का सहयोग न हो तो समाज को जागरूक करना कठिन हो जाता है। सीएमओ ने बताया कि मिशन इंद्राधनुष टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों और गर्भवती महिलाओं के सम्पूर्ण टीकाकरण के लिए चलाया जाता है। वहीं पड़ोसी देश में पोलियो के मरीज होने के कारण एहतियात के तौर पर पोलियो अभियान चलाया जाता है, लोग इसके प्रति जागरूक हो इसके लिए मीडिया अपनी अहम भूमिका निभा सकता है। उन्होंने बताया कि घर-घर क्षय रोगी खोजी अभियान के तहत जब टीम घरों में जाती है तो लोगों के द्वारा सही जानकारी न देने की वजह से अभी भी टीबी रोग को खत्म करने में सफल नहीं हो पा रहे हैं। साथ ही फाईलेरिया मुक्ति अभियान के तहत जो दवाई दी जा रही है, वह टीम के सामने ही खाए जिससे अगर कोई परेशानी आती है तो तुरंत उसका निराकरण किया जा सके।

27 नए क्षय रोगी चिन्हित
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सुनील मल्होत्रा ने कहा कि जिले में वर्ष 2019 में 4129 और 2020 में 2882 क्षय रोगी मिले थे। वहीं 9 मार्च से चले ‘टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान’ के तहत अब तक 27 नए क्षय रोगी चिन्हित किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि टीबी रोग का लोग पहले नाम भी लेना पसंद नहीं करते थे। उनको डर था कि इसका नाम लेने से हम भी इससे ग्रसित हो जायेंगे| पहले इस रोग पर विजय पाना बहुत मुश्किल था लेकिन अब यह पूरी तरह से सही हो सकता है। और यह तभी संभव है जब टीबी रोग को न छुपाकर, इसकी जांच और इलाज समय से करा लिया जाए। डीटीओ ने कहा कि जिले के सिविल अस्पताल लिंजीगंज, कायमगंज, शमसाबाद, कमालगंज, बरौन, और मोहम्दाबाद सीएचसी पर ट्रू नाट मशीन तो जिला क्षय रोग केंद्र पर सीबीनाट मशीन उपलब्ध है जिसके द्वारा सम्भावित टीबी रोगी की खोज करना आसान हो गया है पहले हम लोगों को दूसरे जिलों पर निर्भर रहना पड़ता था| उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 और वर्ष 2021 में कुल 3946 क्षय रोगियों को निक्षय पोषण योजना का लाभ मिल चुका है।

डीटीओ ने कहा कि जिले के सिविल अस्पताल लिंजीगंज, कायमगंज, शमसाबाद, कमालगंज, बरौन, और मोहम्दाबाद सीएचसी पर ट्रू नाट मशीन तो जिला क्षय रोग केंद्र पर सीबीनाट मशीन उपलब्ध है जिसके द्वारा सम्भावित टीबी रोगी की खोज करना आसान हो गया है पहले हम लोगों को दूसरे जिलों पर निर्भर रहना पड़ता था| उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 और वर्ष 2021 में कुल 3946 क्षय रोगियों को निक्षय पोषण योजना का लाभ मिल चुका है।

कार्यशाला के दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ प्रभात वर्मा ने बताया कि जिले में सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान 7 मार्च से चलाया जा रहा है जिसके तहत 19,018 बच्चों के सापेक्ष 21,979 बच्चों और 6,276 गर्भवती महिलाओं के सापेक्ष 6,900 गर्भवती को प्रतिरक्षित किया जा चुका 14 मार्च को आखिरी दिवस पर और अधिक बच्चों और गर्भवतियों का टीकाकरण किया जा रहा है।

डीआईओ ने बताया कि सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान का अगला चरण 4 अप्रैल और तीसरा चरण दो मई को चलाया जाएगा। साथ ही 20 मार्च से चलने वाले पोलियो अभियान के अंतर्गत 2.75 लाख से अधिक बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। जिसके लिए 687 टीम लगाई जाएगी।
बेक्टर बोर्न डिसीज के नोडल अधिकारी डॉ उत्तम चन्द्र ने बताया कि हाईड्रोसील हो जाना, हाथी पाँव हो जाना,महिलाओ के स्तन में सूजन आ जाना यह सब फ़ाईलेरिया रोग के लक्षण हैं, फ़ाईलेरिया रोग क्यूलैक्स मादा मच्छर के जरिए होता है।जब यह मच्छर किसी फाइलेरिया रोग से ग्रसित व्यक्ति को काटता है तो वह संक्रमित हो जाता है फिर यह मच्छर रात के समय किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काट लेता है तो फाइलेरिया रोग के परजीवी रक्त के जरिए उसके शरीर में प्रवेश कर उसे भी फाइलेरिया रोग से ग्रसित कर देते हैं। ज्यादातर संक्रमण अज्ञात या मौन रहते हैं और लंबे समय बाद इनका पता चलता है। इस बीमारी का कारगर इलाज नहीं है। इसकी रोकथाम इसका समाधान है। फाइलेरिया के लक्षण नहीं दिखने पर भी इसकी दवा का सेवन करना जरूरी है।
डॉ उत्तम चन्द्र ने बताया कि जिले में इस समय 1243 लोग फाइलेरिया रोग से ग्रसित हैं जिनका इलाज चल रहा है |
कार्यशाला के अंत में सीफ़ार कानपुर मंडल से मंडलीय समन्वयक राशि गुप्ता ने सभी का धन्यवाद किया। कार्यशाला का संचालन सीफ़ार फर्रुखाबाद से जिला समन्वयक अनुपम मिश्रा ने किया।
इस मौके पर डीएमओ के पी द्विवेदी, सीफ़ार संस्था से राज्य प्रतिनिधि सोनम राठौर, इटावा से प्रीति पाण्डेय और कन्नौज से रतीश कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।