पीलीभीत में खांडसारी उद्योग के लिए छह महीने बाद भी नहीं मिल सकी एनओसी

पीलीभीत में जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय उद्योग बन्धु एवं वाणिज्य बन्धु की समिति की समीक्षा बैठक गांधी सभागार में हुई। बैठक के दौरान शिशिक्षुता प्रोत्साहन योजना की समीक्षा के दौरान निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप औद्योगिक इकाइयों में अप्रैन्टिस रखे जाने के लिए आईटीआई प्रधानाचार्य को निर्देश दिए गए।

उन्होंने बताया कि 277 अप्रैन्टिस शिशिक्षुओं को औद्योगिक इकाइयों में रखा जा चुका है, शेष लक्ष्य शीघ्र ही इस माह के अन्त तक पूर्ण कर लिया जाएगा। निवेश मित्र पोर्टल की समीक्षा के दौरान के उद्यान विभाग 04, श्रम प्रवर्तन 04, प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड 06, भू-जल विभाग 01, खाद्य सुरक्षा 37, कृषि 04, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग 01, राजस्व 01, विद्युत 03 व वाणिज्य कर विभाग 01 विभागीय स्तर आवेदन लम्बित पाए गए। जिलाधिकारी ने लम्बित आवेदनों का शीघ्र निस्तारण कराने के निर्देश दिए।

बैठक में बालाजी शुगर का विषय उठाया गया। बालाजी शुगर द्वारा इन्वेस्टर समिट में अपना प्रस्ताव समिट किया गया। बालाजी शुगर द्वारा जनपद में एक खाडसारी यूनिट लगाई जानी है, प्रदूषण विभाग द्वारा लगभग 06 माह से एनओसी नहीं दी गई। जिलाधिकारी ने इस पर नाराजगी जताई। प्रदूषण विभाग को कडे़ निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोई भी ऋण से सम्बन्धित पत्रावली निरस्त की जाती है तो उसका निरस्त करने का कारण भी उल्लेख किया जाए। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने वाणिज्य बन्धु की समस्याओं को सुना।इस दौरान वाणिज्य बन्धुओं ने किराना बाजार के नुक्कड पर किए जा रहे अबैध कब्जा हटवाने की बात कही।