पीलीभीत : दिनांक 28 .9.2020 चंद्रपाल मौर्य अध्यक्ष तराई जन विकास समिति उत्तर प्रदेश के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधिमंडल श्रीमती लीलावती कुशवाहा राज्यसभा सदस्य से उनके लखनऊ स्थित सरकारी आवास 6 पार्क रोड ईएक पर प्रतिनिधिमंडल मिला प्रतिनिधि मंडल में श्री बलबीर सिंह “”तराई प्रदेश संघर्ष समिति”” के अध्यक्ष ने श्रीमती लीलावती को मांग पत्र सभी कार्यकर्ताओं के साथ दिया उनके सरकारी आवास लखनऊ स्थित सभी कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर उनका जोरदार स्वागत किया इस मौके पर “”तराई प्रदेश संघर्ष समिति”” के प्रदेश महासचिव ब्रहमपाल सिंह यादव ने श्रीमती लीलावती राज्यसभा सदस्य को जानकारी दी कि तराई का क्षेत्र सहारनपुर से सिद्धार्थनगर तक विशाल क्षेत्र फैला है यह क्षेत्र किसान एवं मजदूरों की मेहनत से संपूर्ण प्रदेश एवं देश को अनाज का उत्पादन करके देता है तथा चीनी एवं पिपरमेंट की खेती कर फसल से विदेशी मुद्रा देश को लाने का यही क्षेत्र कार्यकर्ता है तराई के लोगों के ही द्वारा किया जाता है तराई के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए श्रीमती लीलावती कुशवाहा राजसभा सदस्य ने कहा तराई के लोग अच्छे भोले- भाले-मासूम है यही कारण है कि जिले की राजनीति प्रतिनिधित्व हमेशा बहार के लोगों का रहा है यही कारण है कि जनपद पीलीभीत देश की विकास की धारा से पीछे हो गया तराई के लोगों का विकास हो वहां के लोग अपनी स्वयं की राजनीत की अलख जगाये हुए हैं लोकतंत्र में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी बात कहने का स्वतंत्र अधिकार है /तराई के सभी कार्यकर्ताओं का मैं तहे दिल से स्वागत करती हूं तराई के प्रदेश बनाओ संघर्ष समिति के द्वारा उठाई जा रही मांग को मैं अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं के समक्ष रखूंगी तथा भविष्य में तराई के किसी कार्यकर्ताओं को कोई परेशानी न है और एक -एक कार्यकर्ता के लिए रात दिन मदद के लिए हमेशा तैयार रहूंगी तराई जन विकास समिति के तत्वधान में तराई प्रदेश बनाओ संघर्ष समिति क्षेत्र के विकास के लिए तराई प्रदेश की मांग करना संविधानिक अधिकार है कार्यक्रम में श्री चंद्रपाल मौर्य अध्यक्ष जन विकास समिति उत्तर प्रदेश श्री बलबीर सिंह अध्यक्ष “”तराई प्रदेश संघर्ष समिति”” उत्तर प्रदेश श्री ब्रहमपाल सिंह यादव प्रदेश महासचिव “”तराई प्रदेश संघर्ष समिति”” उत्तर प्रदेश, तथा एसपी कुशवाहा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लोकदल मनोज कुमार आदि प्रतिनिधिमंडल में उपस्थित थे।
रिपोर्ट रामगोपाल कुशवाहा पीलीभीत