पीलीभीत में ग्रीन बेल्ट से रातों-रात आम के बाग का सफाया

पीलीभीत में सामाजिक वानिकी के पूर्व डीएफओ की अनुमति पर शहर में रातों-रात ग्रीन बेल्ट में आम के हरे भरे बाग का आरा चलाकर सफाया कर दिया। इसकी जानकारी जब सिटी मजिस्ट्रेट को हुई तो उन्होंने विनियमित क्षेत्र के जेई और राजस्व कर्मियों को मौके पर भेजकर कटान को रुकवा दिया। पूरे मामले में रिपोर्ट बनाकर डीएम को दी गई है। वहीं कटे पेड़ों को पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

शहर में नेहरू पार्क के सामने निरंजनकुंज में ग्रीन बेल्ट का इलाका है। मंगलवार रात को ग्रीन बेल्ट में आम के 48 पेड़ों को कटवा दिया गया। शहर में रात को हुए इस कटान की भनक किसी भी अफसर को नहीं लगी। पूरी रात हरे भरे पेडों पर आरा चलता रहा। बुधवार को भी कटान का जारी रहा। ग्रीन बेल्ट में आम के बाग का कटान होने का मामला जब सिटी मजिस्ट्रेट सुनील कुमार सिंह तक पहुंचा तो उन्होंने जेई विनियमित केसी सिंह से मामले की जानकारी ली।

बताया कि क्षेत्र ग्रीन बेल्ट में शामिल है। सिटी मजिस्ट्रेट ने जेई को मौके पर भेजकर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। सिटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर जेई ने सदर तहसील के लेखपाल के साथ मौके पर जाकर जांच की और कटान का काम रुकवा दिया गया। इस दौरान कटान कराने वालों ने अनुमति होने की बात कही।

तत्कालीन डीएफओ दी थी कटान की अनुमतिग्रीन बेल्ट में आम के बाग को कटाने की अनुमति छह दिसंबर को सामाजिक वानिकी के डीएफओ संजीव कुमार ने दी थी। इससे पहले उन्होंने खड़े पेड़ों के मामले में जिला उद्यान अधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी। उद्यान अधिकारी ने भी 48 कलमी आम के पेड़ होने की रिपोर्ट दी थी।

वक्फ बोर्ड की जमीन होने पर पहुंचे विभाग के लोगविनियमित क्षेत्र जमीन को ग्रीन बेल्ट होना बता रहा है। इधर, बाग वक्फ बोर्ड की जमीन पर होने की बात कही जा रही है। इसको लेकर मौके पर पहुंचे वक्फ बोर्ड कर्मचारियों जांच की। जांच में उन्होंने जमीन को वक्फ बोर्ड की संपत्ति होना बताया। जांच होने तक वक्फ बोर्ड के कर्मियों ने कटान को रुकवा दिया है। संबंधित से जमीन से जुड़े कागजात मांगे गए हैं।

बाहर के सफेदपोश सक्रिय

शहर की ग्रीन बेल्ट पर आम के बाग का सफाया में शहर विधानसभा क्षेत्र के बाहर के कुछ सफेदपोश की भी संलिप्तता के भी संकेत मिल रहे हैं। मौके पर जब जांच करने टीम गई तो वहां मौजूद लोगों ने फोन कराना शुरू कर दिया। इसके बाद अधिकारियों के पास भी सिफारिश के फोन जाने लगे।

ग्रीन बेल्ट में आम के पेड़ों के कटान की जानकारी मिली है। मौके पर टीम को भेजकर जांच कराई गई। कटान को रुकवा दिया गया है और कटे पेड़ पुलिस की सुपुदर्गी में दे दिए हैं। मामले में कई लोगों की संलिप्तता होने की आशंका है। इसकी रिपोर्ट डीएम को भेजी गई है। – सुनील कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट