मैनपुरी: उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने विभिन्न शैक्षिक समस्याओं के संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप से भेंट की

कोरोना काल के लंबे अंतराल के बाद औपचारिक रूप से उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक स्काउट गाइड प्रांगण में हुई बैठक में संगठन के पदाधिकारियों ने विभिन्न शैक्षिक समस्याओं के संबंध में विचार विमर्श किया तथा समस्याओं के निराकरण के लिए अपने स्तर से सुझाव प्रस्तुत किए बैठक के उपरांत उपस्थित पदाधिकारियों ने जिला अध्यक्ष राजीव यादव के नेतृत्व में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप से भेंट की तथा शैक्षिक समस्याओं को अवगत कराया । जिला अध्यक्ष राजीव यादव ने बताया कि जागीर ब्लाक में शासनादेश के विपरीत शिक्षकों पर दबाव बनाने के लिए संकुल केंद्रों पर ए आर पी द्वारा परीक्षा कराई जा रही है जो सर्वथा नियम विरुद्ध है जबकि उच्चाधिकारियों ने इस प्रकार की परीक्षा के आयोजन की कोई स्वीकृत नहीं दी है।यदि ए आर पी द्वारा शासनादेश के विपरीत कार्य किये जायेंगे तो संघटन पर्याप्त साक्ष्य जुटाकर शिक्षा महानिदेशक जी को अवगत कराया जाएगा साथ ही आंदोलन किया जाएगा। प्रदेशमंत्री महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जनवरी माह से शिक्षको के वेतन से एनपीएस कटौती तो नियमित रूप से की जा रही है किंतु उनके एनपीएस खातों में धनराशि नहीं भेजी जा रही है जिस कारण उन्हें बेवजह आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है उन्होंने मांग की कि यदि सरकार एनपीएस ग्रांट उपलब्ध नहीं करा पा रही है तो शिक्षकों के वेतन से एनपीएस कटौती तत्काल बंद की जाए तथा बकाया धनराशि पर शासनादेश के अनुरूप ब्याज दिया जाए जिलासंरक्षक सत्यवीर सिंह ने कहा वैश्विक महामारी कोरोना के कारण शासन द्वारा शिक्षकों के बकाया एरियर का भुगतान 30 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया था किंतु अब यह समय सीमा समाप्त हो चुकी है अतः शिक्षकों के बकाया एरियर का भुगतान अभियान चलाकर किया जाए उन्होंने कहा कि जिस प्रकार विभाग शिक्षकों से हर कार्य तय समयावधि में पूर्ण कराने की अपेक्षा करता है उसी प्रकार शिक्षकों की समस्याएं जैसे वेतन एरियर आदि के भुगतान की समय सीमा निर्धारित कर सिटीजन चार्टर लागू किया जाए जिससे शिक्षकों के आर्थिक उत्पीड़न पर अंकुश लग सके जिला संरक्षक सत्यवीर सिंह ने पिछले वित्तीय वर्ष की बकाया 25% यूनिफॉर्म किस्त के भुगतान की मांग की वरिष्ठ उपाध्यक्ष कमलेश यादव ने खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर सभी का ध्यान आकृष्ट किया।