उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाध्यक्ष राजीव यादव के नेतृत्व में गुरुवार को मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया से भेंट की। भेंट के दौरान मुख्य विकास अधिकारी को शैक्षिक समस्याओं से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा। जिलाध्यक्ष राजीव यादव ने बताया कि 1 जुलाई से परिषदीय विद्यालयों के खोले जाने में स्पष्ट आदेश न होने से शिक्षक उहापोह की स्थिति में है। केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई गाइड लाइन के अनुसार शिक्षण संस्थाएं खोले जाने का कोई आदेश नहीं है । तीन महीने बाद विद्यालय खुलने से विद्यालय भवन व प्रांगण में कूड़ा करकट व गंदगी जमा हो गई है, किन्तु गांव में तैनात सफाई कर्मियों ने अभी तक विद्यालयों की ओर रुख नहीं किया है। जिस कारण शिक्षकों को ही सफाई कार्य करना पड़ रहा है, उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी से सफाई कर्मियों को विद्यालय की साफ सफाई करने हेतु निर्देशित किए जाने की मांग की है। प्रदेश मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि लॉकडाउन अवधि में कई विद्यालयों को प्रवासी मजदूरों के रोकने हेतु अस्थाई आश्रय बनाया गया था, किंतु सैनिटाइज किए बिना ही विद्यालयों को खोल दिया गया। जिससे संक्रमण के फैलने की प्रबल संभावना बनी हुई है। अतः सभी विद्यालयों को पहले सैनिटाइज कराया जाना चाहिए। प्रतिनिधिमंडल में सत्यवीर सिंह , के पी सिंह , कौशल गुप्ता, दलवीर कठेरिया, रामसेवक वर्मा आदि उपस्थित थे।