मैनपुरी : ऋषभ चौहान ने इंजीनियर की नौकरी छोड़ चुनी सेना, पिता की देश सेवा के जुनून ने बनाया लेफ्टिनेंट

मैनपुरी नगर के मुहल्ला हरिदर्शन नगर निवासी ऋषभ चौहान सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। कमीशन मिलने के बाद देहरादून में आयोजित पासिंग आउट परेड़ के बाद पिता सूबेदार मेजर और गृहणी मां ने पुत्र के कंधों पर स्टार लगाए। ऋषभ की इस उपलब्धि से नगर और गांव में हर्ष है।

पिता सेना में रहे 29 साल
करहल ब्लाक के गांव टिकरई पतारा निवासी मनोज सिंह चौहान सेना में 29 साल से तैनात है और सूबेदार मेजर के पद सिक्किम में नियुक्त है। वर्तमान में वह नगर के हरिदर्शन नगर में रहते हैं। पिता के पदचिन्हों पर चलकर उनके बड़े बेटे ऋषभ चौहान 10 जून को सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं।

बीटेक करने को पुणे गए
सोमवार को नगर स्थित निवास पर आए लेफ्टिनेंट ऋषभ ने बताया कि वह इंटर तक सेंट मेरीज स्कूल में पढ़े हैं, इसके बाद बीटेक करने काे वह पुणे स्थित सेना के तकनीकी संस्थान में चले गए। पढ़ाई पूरी करने के बाद वहीं एक कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर नियुक्त हो गए। उन्होंने बताया कि पढ़ाई के दौरान उन्होंने सेना में भर्ती होने की तैयारी भी जारी रखी। परीक्षा पास करने के बाद उनका चयन सेना में हो गया। प्रशिक्षण के बाद इसी 10 जून को पासिंग आउट परेड़ में उनको लेफ्टिनेंट पद पर नियुक्त होने का गौरव मिला।

मां ने निभाया शिक्षा का दायित्व
ऋषभ ने बताया कि पिता सेना में होने की वजह से उनकी शिक्षा और पालन का दायित्व मां सुरेखा चौहान ने निभाया, वह इस चयन के लिए मां की सबसे ज्यादा कृपा मानते हैं, पिता का मार्गदर्शन भी उनके साथ रहा। परिवार में छोटा भाई रोहन बीएससी और बहन शिवानी बीएड की पढ़ाई कर रही है।

लेफ्टिनेंट ऋषभ ने कहा कि युवाओं को लक्ष्य हासिल करने को बराबर लगा रहना चाहिए, सफलता जरूर मिलेगी।

REPORT: YOGESH KUMAR

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आदर्श कुमार

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