मैनपुरी की तहसील भोगांव पर पूर्व मंत्री आलोक शाक्य के नेतृत्व में सैंकड़ों सपा कार्यकर्ताओं के साथ किसान विरोधी अध्यादेश को ले कर विरोध प्रदर्शन किया पूर्व मन्त्री आलोक शाक्य ने किसानों के लिए लागू किये अध्यादेश का विरोध किया और कहा कि वर्तमान सरकार जिस तरह से कृषि क्षेत्र में भी निजीकरण कर रही है उसके दुष्परिणाम बहुत ही घातक होंगे और आने वाली पीढ़ी आपसे सबाल करेगी कि जब यह किसान विरोधी बिल पास हो रहा था तब आप संसद में क्या कर रहे थे सरकार ने प्रति वर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था कहा है वह रोजगार,बल्कि 10 करोड़ बेरोजगार बड़ गये है शिक्षा महंगी कर दी कैसे गरीब अपने बच्चे को शिक्षा दिला पायेगा इस मौके पर रावल सिंह यादव ने कहा कि इस किसान अध्यादेश का ये परिणाम होगा कि जिस तरह से जिओ के चलते bsnl अन्तिम साँसे ले रही है उसी तरह सरकारी अनाज मंडी की हालत गिरती जायेगी और प्राइवेट मंडी उन्नति करेगी प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर माननीय राज्यपाल सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को दिया जिसके मुख्य बिंदु
1.गन्ना किसानों का बकाया भुगतान
2.विजली की बड़ी दरों को कम किया जाय
3.फर्जी एनकाउन्टर बंद हो
4.बी0एड0 व अन्य पाठ्यक्रमों में दलित छात्रों को निशुल्क प्रवेश की पुरानी व्यवस्था लागू हो।
5.जनपद मैनपुरी में विधुत चैकिंग के नाम पर उपभोक्ताओं के हो रहे उत्पीड़न को तत्काल रोका जाय।
6.किसान विरोधी अध्यादेश को वापस लिया जाय।
इस मौके पर तोताराम यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष खुमान सिंह वर्मा,सुखवीर सिंह,योगेन्द्र पाल,रामशरण यादव,अकबर कुरैशी,मनोज यादव,बीटू यादव,वशीम अल्वी,प्रवीण शाक्य,सौरभ यादव,सद्दाम हुसैन,अनुभव राठौर,देवदत्त शाक्य,नन्हे मिस्त्री,अश्वनी शाक्य,डॉ मनीषा राघव,कंचन सक्सेना आदि सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।