डीजीपी के निर्देश पर मैनपुरी पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। अपराध नियंत्रण के लिए अभियान शुरू हुआ है। डिस्ट्रीशीटरों का सत्यापन शुरू कर दिया गया है। हिस्ट्रीशीटर कहां है, क्या कामकाज कर रहे हैं। इसका रिपोर्ट कार्ड अगले 72 घंटे में तैयार होगा। जो हिस्ट्रीशीटर अपराधों से तौबा कर काम पंचा करते मिलेंगे उनकी निगरानी होगी और जो संदिग्ध पाए जाएंगे उन्हें सलाखों के पीछे करने का अभियान चलेगा। निकाय चुनाव की खुमारी से निकल चुकी जनपद पुलिस अपराध नियंत्रण के मोड में काम करने लगी है। कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक में सभी थानेदारों को डीजीपी द्वारा भेजे गए सबक को बता दिया गया है। अगले
72 घंटे के लिए हिस्ट्रीशीटर सत्यापन में पुलिस जुटेगी। जहां तक मैनपुरी के हिस्ट्रीशीटर्स का सवाल है तो कुल 1246 हिस्ट्रीशीटर पुलिस के अभिलेखों में है। इनमें से 95 हिस्ट्रीशीटर जेल में है और 1040 हिस्ट्रीशीटर जमानत पर चल रहे हैं। डीजीपी ने यही पूछा है कि जो जमानत पर है वे हिस्ट्रीशीटर किस हाल में है और क्या कर रहे हैं। बकायदा पुलिस इसकी खाका तैयार करने जा रही है।
मैनपुरी पुलिस ने अपराध नियंत्रण के लिए लूट, हत्या, डकैती, चैन स्नेचिंग, लुटेरों, माफिया, शराब माफिया और आदतन गंभीर अपराधों को अंजाम देने वाले शातिरों की हिस्ट्रीशीट तैयार कराई है। के पर सर्वाधिक हिस्ट्रीशीटर बेवर थाना क्षेत्र में 175 है। मैनपुरी कोतवाली क्षेत्र में भी 153 हिस्ट्रीशीटर रिकार्ड में है। इसके बाद पुलिस हीस्ट्रीसीटरों पर आसानी से नजर रख सकेगी।
मैनपुरी के एसपी विनोद कुमार ने कहा कि हिस्ट्रीशीटरों की निगरानी और सत्यापन के लिए 72 घंटे का अभियान शुरू किया गया है। 1040 हिस्ट्रीशीटर जमानत पर है। ये क्या कर रहे हैं इस रिपोर्ट तैया हो रही है। कानून को चुनौती देने वाले हिस्ट्रीशीटरों को जेल भेजा जाएगा