मैनपुरी के दन्नाहार थाना क्षेत्र के खिरिया गांव निवासी चार वर्षीय बालिका की हालत शुक्रवार को स्कूल में अचानक बिगड़ गई। परिजन और शिक्षक उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद बालिका को मृत घोषित कर दिया। बालिका की मौत से उसके घर में कोहराम मच गया। परिजनों का आरोप है कि स्कूल में पेट के कीड़े मारने की गोली खिलाने से बालिका की हालत बिगड़ी थी। पुलिस को घटना के संबंध में कोई सूचना नहीं दी गई है।
खिरिया निवासी गांव निवासी राजीव कुमार उर्फ सिंटू दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता है। उसकी पत्नी और चार साल की बेटी सान्या गांव में रहती है। वह घर के पास बने प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने जाती थी। शुक्रवार को भी वह विद्यालय गई थी। राजीव ने बताया कि सान्या ने स्कूल में एमडीएम खाया और इसके बाद उसे कीड़े मारने की दवा एल्बेंडाजोल खिलाई गई। दवा खाने के बाद ही छात्रा की हालत बिगड़ गई। वह बेहोश होने लगी।
परिजन और विद्यालय स्टाफ छात्रा को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रोते बिलखते परिजन बालिका का शव लेकर वापस घर लौट गए। पुलिस को घटना के संबंध में कोई सूचना नहीं दी गई है।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका शिल्पी जैन ने बताया कि बालिका आंगनबाड़ी केंद्र पर पंजीकृत थी। वह अपनी दादी के साथ आती थी। शुक्रवार को भी वह विद्यालय परिसर में आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के साथ ही बैठी थी। तभी उसे दौरा आ गया। शिक्षिका का दावा है कि बालिका को पहले से भी दौरे आते थे।
एसीएमओ और कृमि मुक्ति कार्यक्रम के प्रभारी संजीव राव बहादुर ने बताया कि एल्बेंडाजोल पूरी तरह सुरिक्षत है। इसे खाने से कोई समस्या नहीं होती है। अगर बालिका की मौत हुई है तो उसका कोई और कारण रहा होगा।