मैनपुरी : पिता ने पढ़ने नहीं दिया, परिवार छोड़कर झारखंड से मैनपुरी चली आई किशोरी

घर से नाराज होकर आई बेटी को बाल कल्याण समिति ने गुरुवार को उसके पिता के साथ भेज दिया। पिता को इस शर्त के साथ सुपुर्दगी दी गई कि वह अपनी बेटी को न सिर्फ पढ़ाएंगे, बल्कि उसकी इच्छा के अनुसार उसे पुलिस की तैयारी भी कराएंगे। पिता के शर्त मानने पर बेटी उनके साथ जाने को राजी हो गई। किशोरी झारखंड के जिला गुमला से परिजनों से नाराज होकर आ गई थी। थाना बेवर के उप निरीक्षक भूपेंद्र सिंह और विपिन तोमर ने एक किशोरी को गुरुवार को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। पुलिस को यह किशेारी बेवर में चार दिन पहले घूमती मिली थी।

पुलिस ने पूछताछ करने के बाद किशोरी के पिता को सूचना भेजी। किशोरी के पिता थाना बेवर पहुंचे। पुलिस ने किशोरी को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया तो पिता ने अपनी सुपुर्दगी में देने की मांग की।  परिवार के लोग उसको न तो पढ़ने दे रहे हैं और न ही पुलिस की तैयारी करने दे रहे हैं। इसी वजह से वह नाराज होकर घर से आई थी। बाल कल्याण समिति की सदस्य ने इसी शर्त के साथ किशोरी को पिता की सुपुर्दगी में दिया कि बेटी को पढ़ाने के साथ ही पुलिस की तैयारी भी कराएंगे।