मैनपुरी से इटावा के लिए पैसेंजर ट्रेन तो चली लेकिन यात्रियों को ट्रेन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। रेलवे स्टेशन से सुबह 4ः 30 बजे इटावा के लिए संचालित होने वाली ट्रेन आगरा तक जाती है। ट्रेन का समय बदलवाने के लिए कई संगठनों ने ज्ञापन दिए लेकिन आज तक उन पर कोई कार्रवाई रेलवे द्वारा नहीं की गई है।
सपा संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री की पहल पर इटावा के लिए रेलवे लाइन बनवाकर पैसेंजर ट्रेन का संचालन शुरू कराया गया है। सुबह 4ः30 बजे मैनपुरी रेलवे स्टेशन से चलकर यह ट्रेन इटावा होकर आगरा तक जाती है। यह ट्रेन आगरा दोपहर 12 बजे के लगभग पहुंचती है। शाम पांच बजे यह ट्रेन आगरा से चलकर रात लगभग 10 बजे मैनपुरी स्टेशन पर पहुंचती है। सुबह जल्दी ट्रेन संचालित होने के कारण इस ट्रेन से सफर नहीं कर पाते हैं।
भारतीय लोक शक्ति, भारतीय किसान यूनियन, व्यापार मंडल के पदाधिकारी कई बार स्टेशन अधीक्षक के माध्यम से रेल मंत्री को ज्ञापन दे चुके हैं। ज्ञापन में इटावा जाने वाली ट्रेन का समय बदले जाने की मांग की गई है। लेकिन आज तक ज्ञापनों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। लोगों का कहना है कि अगर ट्रेन के संचालन का समय बदल दिया जाए तो यात्रियों के साथ ही व्यापारियों को भी ट्रेन का लाभ मिल सकता है।
इटावा तक जाते 20-25 यात्री
सुबह 4ः30 बजे इटावा जाने वाली ट्रेन से रोजाना औसतन 20 से 25 यात्री ही इटावा तक का सफर तय करते हैं। इटावा से आगरा के बीच सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है। आगरा से वापस लौटने के दौरान रात के समय भी इटावा से मैनपुरी के लिए रोजाना औसतन 35 से 40 यात्री ही इस ट्रेन में सफर करते हैं। सुबह 4ः30 बजे ट्रेन इटावा के लिए जाती है। ट्रेन का समय लोगों के लिए उपयुक्त नहीं है। अगर इटावा जाने वाली ट्रेन का समय 7 बजे कर दिया जाए तो लोग इस ट्रेन का अधिक प्रयोग कर सकते हैं। कई व्यापारी आगरा से माल खरीदते हैं। अगर ट्रेन का समय बढ़ा दिया जाए तो व्यापारी वर्ग भी इस ट्रेन का लाभ ले सकता है। यात्रियों की संख्या बढ़ने से रेलवे को मिलने वाले राजस्व में भी वृद्धि होगी।