मैनपुरी। कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए शासन और प्रशासन लगातार प्रयासरत है। इसी के तहत रविवार को जिला पोषण समिति की बैठक हुई। इसमें डीएम ने सभी अधिकारियों को जिले को कुपोषण से मुक्त करने के लिए पहल करने के लिए कहा।
जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि सभी अधिकारी गोद लिए गांव में तीन मार्च को भ्रमण करें। वे कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की सेहत के बारे में जानकारी करें। साथ ही अपने सामने लक्षित बच्चों, गर्भवती महिलाओं, किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच कराने के लिए कहा।
गांव के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं का निरीक्षण करें। डीएम ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी, सीडीपीओ को अपने-अपने क्षेत्र के अति कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को प्रेरित कर पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराने के लिए कहा। सीडीओ ईशा प्रिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके पांडेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविंद कुमार आदि मौजूद रहे।
पोषण समिति की बैठक में सीडीपीओ बेवर बिना सूचना के अनुपस्थित रहीं। इस पर डीएम ने प्रभारी सीडीपीओ बेवर प्रिंसेज मल्होत्रा का वेतन रोकने के आदेश दिए। पोषण पुनर्वास केंद्र में सबसे अधिक बच्चे भर्ती कराने वाले प्रभारी चिकित्साधिकारी बरनाहल डॉ. रणदीप सिंह और सीडीपीओ बरनाहल राजवीर वर्मा को को महिला दिवस के अवसर पर सम्मानित कराने के लिए कहा।
रिपोर्ट : अर्पित शर्मा