ओवर एस्टीमेट में फंसी पीलीभीत-माधोटांडा मार्ग को दुरुस्त कराने के लिए आठ करोड़ रुपये का संशोधित प्रस्ताव भेजा गया था। लोक निर्माण विभाग ने बजट जारी होने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। टेंडर 29 फरवरी को खोला जाएगा।
सपा शासनकाल में पीलीभीत से माधोटांडा तक 30 किलोमीटर लंबी सड़क को बनाया गया था। मौजूदा समय में यह सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है। यहां से चार पहिया क्या, दो पहिया वाहन चालकों को भी गुजरने में खतरा रहता है।
सड़क के नवीनीकरण को लेकर लोनिवि की ओर से पिछले साल प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया था। जनवरी में शासन स्तर से इसका सत्यापन कराया गया तो छह किलोमीटर सड़क सही थी, इसको भी प्रस्ताव में शामिल करते हुए पूरे मार्ग का प्रस्ताव भेज दिया गया। फर्जीवाड़े को देख दोबारा से एस्टीमेट मांगा गया।
विभाग की ओर से इसी माह संशोधित एस्टीमेट शासन को भेजा गया। इस पर अब 8.10 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। इस बजट से सड़क की मरम्मत का काम किया जाएगा। सहायक अभियंता एसपी गौतम ने बताया कि कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है। 29 फरवरी को टेंडर खोले जाएंगे।
एस्टीमेट को लेकर हो चुकी है कार्रवाई
पीलीभीत- माधोटांडा मार्ग की मरम्मत को लेकर पूर्व में भेजे गए प्रस्ताव में उच्चाधिकारियों ने वीडियोकॉल कर गड़बड़ी पकड़ी थी। घपलेबाजी को लेकर अधिशासी अभियंता और सहायक अभियंता पर कार्रवाई करते हुए मुख्यालय अटैच कर दिया गया था। साथ ही प्रस्ताव को नए सिरे से बनाकर भेजने के निर्देश दिए गए थे।
चार और अभियंताओं की भी चल रही जांच
मार्ग के मामले में दो पर कार्रवाई के बाद विभाग के चार अभियंता भी रडार पर आए थे। सभी को नोटिस जारी किया गया था। वे भी कार्रवाई की जद में हैं। बीते दिनों सभी लखनऊ भी गए थे।