कलीनगर में तूदाबंदी करने के नाम पर किसान से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़े गए लेखपाल के खिलाफ शुक्रवार देर रात माधोटांडा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। शनिवार को मेडिकल परीक्षण के बाद लेखपाल को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
एंटी करप्शन की बरेली से आई टीम के प्रभारी प्रवीण सान्याल की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरनपुर तहसील की ग्राम पंचायत सुंदरपुर के मौजा पूरनपुर कुरैया निवासी बख्शीश सिंह की ओर से एंटी करप्शन बरेली इकाई को 13 जुलाई को प्रार्थनापत्र दिया गया था। इसमें कहा गया था कि गांव में दो अलग-अलग गाटा संख्या पर उनके माता-पिता के नाम जमीन है। उन्होंने खेत की सही पैमाइश कराने के लिए एसडीएम कोर्ट में वाद दायर किया था।
हलका लेखपाल ने मौके पर पहुंचकर खेत की पक्की तूदाबंदी करने के बजाय कच्ची तूदाबंदी कर दी। पिता के नाम दर्ज खेत की मेड़ पड़ोस के किसानों ने तोड़ दी। इस पर पिता की ओर से पैमाइश कराने के लिए बैंक में फीस जमा की गई। 19 मई को पैमाइश करने पहुंचे लेखपाल सुनील ने सही पैमाइश नहीं की। पक्की पैमाइश करने के लिए लेखपाल 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगने लगा। शिकायतकर्ता के कार्रवाई करने के लिए दिए प्रार्थनापत्र के बाद उसके बयान दर्ज कर प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया।
एंटी करप्शन की बरेली इकाई की गोपनीय जांच में मामला सही पाया गया। इकाई के पुलिस उपाधीक्षक के निर्देश पर शुक्रवार को निरीक्षक प्रवीण सान्याल टीम के साथ पीलीभीत पहुंचकर डीएम से मिले और सरकारी गवाहों को लेकर पूरनपुर पहुंचे। ढाबे पर शिकायतकर्ता से संपर्क कर गोपनीय स्तर से विभागीय प्रकिया के बाद पांच-पांच सौ के 20 नोट देकर लेखपाल को फोन कराया गया। इस पर लेखपाल ने बताया कि वह पूरनपुर की पंकज कॉलोनी में अपने कमरे पर है, वहीं आकर रुपये दे दे।
किसान के कमरे पर पहुंचने के बाद रिश्वत के रूप में दस हजार रुपये दिए गए। कानूनगो से भी मिल लेने की बात कही। पीछे से पहुंची टीम ने लेखपाल को रंगेहाथ पकड़ लिया। इसके बाद टीम लेखपाल को लेकर तहसील स्तरीय प्रक्रिया पूरी करने के बाद माधोटांडा थाने पहुंची। टीम ने बीसलपुर स्थित लेखपाल के मूल निवास पर बीसलपुर पुलिस की मौजूदगी में परिवार की सहमति से तलाशी ली।
लेखपाल के कमरे में रखी अलमारी से 1,49,666 रुपये बरामद हुए। रुपये के बारे में परिवार के लोग कुछ नहीं बता सके। इस पर नकदी जब्त कर ली गई। एसओ अचल कुमार ने बताया कि एंटी करप्शन की ओर से लेखपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा सात के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। शनिवार को मेडिकल परीक्षण के बाद लेखपाल को बरेली भेजा गया। वहां से जेल भेज दिया गया।