पीलीभीत में बाईपास की आखिरी बाधा भी दूर, आ गए गर्डर

शहर को नए साल पर बाईपास की सौगात मिलने की उम्मीद अब पूरी होती नजर आ रही है। पूरनपुर- पीलीभीत रेलखंड पर निर्माणाधीन रेल उपरिगामी पुल के गर्डर आ गए हैं। गर्डर रखने का काम शुरू हो गया है। इसके बाद बाईपास पर वाहन दौड़ने लगेंगे।

यहां बता दें बाईपास पर दो रेल उपरिगामी पुल बनने थे। इनमें एक न्यूरिया की तरफ बन रहा है। वहां भी गर्डर को लेकर पेच फंसा था। उस पुल के गर्डर बीते माह आ गए थे। उधर, शहर में जाम की समस्या को देखते हुए असम हाईवे से खटीमा के लिए बाईपास का निर्माण कराया गया है। इसमें पीलीभीत-पूरनपुर रेलवे लाइन के ऊपर पुल का निर्माण भी होना है। बाईपास पर सेतु निगम ने अपना पूरा काम कर लिया है।

रेलवे लाइन के ऊपर का काम बीते एक साल से ठप पड़ा था। कारण था कि इसके लिए रेलवे गर्डर आने थे। कई बार पत्राचार के बाद भी गर्डर न आने के कारण बाईपास से पुल का काम पूरा नहीं हो पा रहा था। अब गर्डर भेज दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि गर्डर को रखवाने के बाद जनवरी से बाईपास शुरू कर दिया जाएगा।

टनकपुर रेलखंड को भी पूरा करने में जुटे अधिकारी
बाईपास पर दो पुल पड़ रहे हैं। एक पीलीभीत-पूरनपुर रेलखंड पर दूसरा पीलीभीत- टनकपुर रेलखंंड पर बन रहा है। टनकपुर वाले पुल पर भी गर्डर आने के बाद यहां पर भी काम को शुरू कर दिया गया है। एक साथ दोनों पुलों पर काम को पूरा कराकर बाईपास को जनवरी तक शुरू कराने की कवायद की जा रही है। इससे शहर में टनकपुर हाईवे पर लगने वाले जाम से लोगों को निजात मिल जाएगी। अभी तक बरेली या लखनऊ की ओर से आने वाले बड़े वाहन शहर के बीच से ही होकर गुजरते हैं।

दोनों पुलों के गर्डर आ गए हैं। काम चल रहा है। दिसंबर तक काम पूरा कर जनवरी से बाईपास को शुरू कर दिया जाएगा। – बिजेंद्र मौर्य, उप परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम