पीलीभीत के अमरिया क्षेत्र के गांव कैंचूटांडा में नेहा बिक्र फील्ड में अवैध खनन के बाद बने गहरे गड्ढों में डूबकर तीन बच्चों की मौत हो गई थी। इसमें भट्ठा संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बाद खनन विभाग की ओर से जुर्माना लगाया था। तय समय से करीब एक माह बाद अब संचालक की ओर से 4.22 लाख रुपये का जुर्माना जमा करते हुए चालान खनन अधिकारी को दिया गया है।
गांव के रहने वाले नाजिम, छोटन और भूरा के बच्चों की चार जुलाई को भट्ठे पर बने गड्ढों में डूबकर मौत हो गई थी। परिजनों ने इसमें भट्ठा संचालक पर आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इसके साथ ही डीएम से भी कार्रवाई की मांग को लेकर पत्र दिया था। डीएम ने मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट के साथ ही खनन अधिकारी को दी थी। जांच में अवैध खनन की पुष्टि होने पर संचालक पर जुर्माना डाला गया था।
जुर्माना की धनराशि को सितंबर माह में ही जमा करना था। तय समय पर भी जुर्माना नहीं वसूल किया गया था। इसको लेकर 15 अक्तूबर को अमर उजाला ने खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था।
खबर छपने के बाद अधिकारियों ने जब मामले का संज्ञान लिया तो संचालक को जल्द जुर्माना की धनराशि जमा करने के लिए कहा गया। इसपर अब संचालक ने जुर्माने के 4.22 लाख रुपये जमा कर चालान की काफी खनन कार्यालय में दी है। खनन अधिकारी अशोक कुमार ने बताया संचालक ने जुर्माने की धनराशि को जमा कर चालान दाखिल किया है।