खगड़िया के सीटिंग एमपी चौधरी महबूब अली कैसर लोजपा छोड़ राजद में शामिल होने जा रहे हैं। तेजस्वी यादव रविवार को उन्हें राजद की सदस्यता दिलाएंगे। बता दें कि कैसर दो बार खगड़िया से सांसद रह चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उनको काफी वोट भी मिले थे, लेकिन 2024 में उन्हें टिकट नहीं मिला।
खगड़िया सीट लोजपा के कोटे में जाने के बावजूद यह स्थिति हुई। वे चिराग पासवान पर मोटी रकम लेकर टिकट बेच देने का आरोप लगा चुके हैं। चिराग ने खगड़िया से राजेश वर्मा को टिकट दिया है। राजेश वर्मा स्वर्ण व्यवसायी हैं।
टिकट नहीं मिलने से गुस्साए कैसर खगड़िया से सीपीआईएम उम्मीदवार संजय कुमार सिंह को समर्थन दे चुके हैं। संजय सिंह महागठबंधन के उम्मीदवार हैं। अब महबूब अली कैसर ने फैसला लिया है कि वे आरजेडी में जाएंगे। आरजेडी प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बताया कि रविवार को 9 बजे दिन में वीरचंद पटेल पथ स्थित आरजेडी के मुख्य कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे।
दिलचस्प यह कि खगड़िया सीट से पिछली बार लोकसभा चुनाव लड़ने वाले दो धाकड़ नेता महागठबंधन के साथ हैं। यहां से वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी चुनाव लड़े थे, लेकिन अब वे तेजस्वी यादव के साथ महागठबंधन में हैं। आरजेडी ने अपने कोटे से वीआईपी को तीन सीटें दी हैं। वहीं, तब चुनाव जीतने वाले लोजपा नेता महबूब अली कैसर अब आरजेडी की सदस्यता ले रहे हैं।
बता दें कि लोजपा के उम्मीदवार महबूब अली कैसर को 2019 में खगड़िया में 5,10,193 वोट हासिल किया था और जीते थे। दूसरे स्थान पर रहे थे मुकेश सहनी। जिन्हें 2,61,623 वोट मिले थे। 2,48,570 वोट के मार्जिन से कैसर चुनाव जीते थे।
खगड़िया में महबूब अली कैसर के आरजेडी के साथ आने से सीपीआईएम के उम्मीदवार संजय कुमार सिंह को मुस्लिम वोट बैंक को एकजुट करने में मदद मिलेगी। यहां वोट बैंक के हिसाब से सबसे ताकतवर जाति यादव है। वहीं, दूसरे नंबर पर मुस्लिम वोट बैंक है। एमवाई की ताकत बढ़ेगी तो एनडीए के उम्मीदवार राजेश वर्मा की कठिनाई बढ़ेगी। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में लोजपा से कैसर ही चुनाव जीते थे।
खगड़िया रामविलास पासवान का गृह क्षेत्र रहा है, इसलिए भी चिराग के लिए यह सीट प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है। कैसर को साइड करके राजेश वर्मा को टिकट देने के चिराग के फैसले की परीक्षा भी यहां होगी।
जानकारी है कि लोजपा से राजेश वर्मा को टिकट दिए जाने के बाद एनडीए में जदयू खेमा और कुछ बीजेपी कार्यकर्ता भी नाराज चल रहे हैं। अंदर कानाफूसी है कि राजेश वर्मा ने टिकट किस मेरिट से हासिल किया है, यह सभी जान रहे हैं। दूसरी तरफ, महबूब अली कैसर को अपने साथ लेकर आरजेडी खगड़िया में महागठबंधन की ताकत बढ़ा रही है। कैसर के बेटे चौधरी युसूफ कैसर सिमरी बख्तियारपुर से आरजेडी के विधायक हैं। अब पिता-बेटे दोनों ही आरजेडी में होंगे।
इसका असर सीवान में भी दिखने की उम्मीद राजद कर रही है। सीवान में शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। वे निर्दलीय मैदान में हैं और आरजेडी के उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी को टक्कर दे रही हैं। कैसर को आरजेडी में शामिल कर पार्टी मुसलमानों के बीच बड़ा मैसेज भी देने जा रही है।