कासगंज जनपद के पटियाली विधान सभा क्षेत्र के के बाढ़ पीड़ित क्षेत्र में सरकार द्वारा कराए गए कार्यों में धांधली का मामला कासगंज। समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल आज कासगंज जिलाधिकारी सुधा वर्मा जी से मिला। इस प्रतिनिधि मंडल में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी और समाजवादी सैनिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष उमेश चंद्र जी ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर कादरगंज घाट पर मानकों के हिसाब से काम ना होने की शिकायत कासगंज जिला अधिकारी सुधा वर्मा जी से की।आपको बता दें कि पटियाली विधानसभा के कादरगंज घाट पर सिंचाई विभाग द्वारा गंगा कटान और बाढ़ को रोकने के लिए एक प्रोजेक्ट सरकार से पास कराया गया था। इस प्रोजेक्ट पर पिछले कई महीनो से काम चल रहा है, लेकिन यह कटान रोकने का काम मानक के हिसाब से नहीं हो रहा है। मानक यह कहते हैं की गंगा के बेड से 2 मीटर नीचे तक खोदा जाना चाहिए और वहां से रेत भरी बोरियां रखी जानी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। गंगा के बेड से ही बोरियां एक के ऊपर एक रखी जा रही हैं। यह मानक के खिलाफ है। दूसरी चीज जो मानक के खिलाफ है वह यह है कि बोरियों को नायलॉन की रस्सियों में बांधकर रखा जाना चाहिए ताकि इन रखी गई बोरियों में मजबूती आ सके और यह गंगा के पानी के बहाव में बहें ना, परंतु यह बोरियां नायलॉन की रस्सियों में नहीं बांधी जा रही है। इसी तरह की मानक की धज्जियां बरौना और मिहोला गांव पर भी उड़ाई जा रही हैं। तीसरी चीज जो मानक के हिसाब से नहीं हो रही है वह यह है कि ठेकेदार रेत का ढेर बना कर उस पर दो या तीन लेयर बोरियों के रख देते हैं। यह इसलिए किया जाता है ताकि धोखे में रखा जा सके कि नीचे से बोरियां ऊपर तक रखी गई हैं, लेकिन ऐसा होता नहीं है, नीचे रेत होता है और ऊपर बोरिया होती हैं। यह धोखाधड़ी बांध को बहुत कमजोर कर देती है। कासगंज जिला प्रशासन को और कासगंज सिंचाई विभाग को इस तरफ ध्यान देना चाहिए क्योंकि सरकारी पैसे का दुरुपयोग इस तरह नहीं होना चाहिए। इस पैसे के दुरुपयोग से ग्राम वासियों की जान और माल खतरे में पड़ रहे हैं