कासगंज: आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी कासगंज जिलाधिकारी सुधा वर्मा जी से मिले और उनको एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी ने कहा कि कासगंज में जितने भी प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं उन पर अल्ट्रासाउंड कराने की फीस निर्धारित कर दी जाए और कम से कम रखी जाए। कासगंज जिला प्रशासन को एक आदेश पारित कर हर प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटर पर फीस निर्धारित कर देनी चाहिए ताकि गरीब से गरीब व्यक्ति भी अल्ट्रासाउंड करा कर अपना इलाज करा सके।
कासगंज जिलाधिकारी सुधा वर्मा जी को अब्दुल हफीज गांधी ने बताया कि दिल्ली जैसे बड़े शहर में अल्ट्रासाउंड 500 रुपए में होता है जबकि कासगंज जिले में अल्ट्रासाउंड करने की कोई भी फीस निर्धारित नहीं है। कई अल्ट्रासाउंड सेंटर 800 रुपए, कई 1000 रुपए लेते हैं तो कई 1100 रुपए तो कई 1200 या 1300 रुपए तक अल्ट्रासाउंड करने के लेते हैं, जिससे गरीब मरीजों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
कासगंज जिले में अल्ट्रासाउंड कराना महंगा इसलिए है क्योंकि प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटर डॉक्टरों को 400-500 रुपए कमीशन देते हैं। यह कमीशन डॉक्टरों द्वारा मरीजों को रेफर करने के ऐवज में दिया जाता है। अगर यह कमीशन बंद हो जाए तो अल्ट्रासाउंड कराना बहुत ही सस्ता हो जाएगा। डाक्टरों का कमीशन गरीब मरीजों के कंधों पर नहीं डाला जाना चाहिए। इसलिए जिला प्रशासन को एक आदेश पारित कर अल्ट्रासाउंड करने की फीस को निर्धारित किया जाना बहुत ही आवश्यक है।
प्राइवेट अल्ट्रासाऊंड सेंटर्स और डाक्टरों के बीच कमीशन का गोरख धंधा बंद होना चाहिए।
प्राइवेट अल्ट्रासाऊंड सेंटर्स की मनमानी की वजह से मरीजों को अपना इलाज कराने में काफी परेशानियां आ रही हैं।
चिकित्सा एक सेवा है, व्यापार नहीं। प्राइवेट अल्ट्रासाऊंड सेंटर्स ने इसको एक व्यापार बना दिया है। डाक्टरों और प्राइवेट अल्ट्रासाऊंड सेंटर्स की मिलीभगत खत्म होनी चाहिए।
ज्ञापन के माध्यम से अब्दुल हफीज गांधी ने जिलाधिकारी सुधा वर्मा जी से अनुरोध किया कि एक आदेश पारित कर पूरे जिले में अल्ट्रासाउंड करने की फीस निर्धारित कर दी जाए और यह फीस कम से कम होनी चाहिए।
अब्दुल हफीज गांधी ने आशा व्यक्त की कि जिलाधिकारी शीघ्र अति शीघ्र आदेश पारित कर प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराने की फीस निर्धारित कर देंगी।