कासगंज : गंजडुंडवारा नगर में राष्ट्रीय एकता पर एक मुशायरे का आयोजन किया गया।

इस मुशायरा में अभी दुबई में मुशायरा पढ़कर आए गंजडुंडवारा के मशहूर शायर हाशिम नोमानी को सम्मानित किया गया। इस मुशायरा का मुख्य लक्ष्य समाज में सौहार्द पैदा करना तथा शिक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करना था। मुशायरे में समाज और देश की तरक्की के लिए भी दुआ की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि समाजसेवी अब्दुल हफीज गांधी ने फीता काटकर तथा दीप प्रज्वलित करके किया। मुख्य अतिथि अब्दुल हफीज गांधी ने कहा कि आज कवियों और शायरों की यह जिम्मेदारी बनती है कि समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करें ताकि हमारे समाज में शिक्षा ग्रहण करके लोग देश के विकास में भागीदारी दें। साहित्य ही मशाल बनकर समाज और देश को रास्ता दिखाता है।मुशायरा में शिक्षा, सामाजिक सौहार्द, राष्ट्रीय एकता, भाईचारा आदि के बारे में कलाम पढ़े गए। इस मुशायरे की निजामत मोहम्मद अली ताज ने की और इस मुशायरे में हाशिम नोमानी, अमीर शेख, शाहिद कलीम, बल्लू आर भाटिया, नईम अब्बासी, अनवर सिवानी और सलीम अदवी आदि शायरों ने अपना कलाम पेश किया। मुशायरे का आयोजन बज़्म तरक्की-ए-तालीम के तत्वाधान में फ़ज़क्किर हुसैन जमीर, नईम खान नईम और बिलाल अनवर ने किया।इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उस्ताद असर चिश्ती ने की। कार्यक्रम में जब शायरों ने अपना कलाम पेश किया तो लोगों में देशभक्ति, राष्ट्रीय एकता, भाईचारा और शिक्षा के प्रति उत्साह देखने को मिला। कार्यक्रम में सम्मानित किए गए शायर हाशिम नोमानी ने कहा कि उन्होंने गंजडुंडवारा जैसे छोटे शहर से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी जो पहचान बनाई है उसमें गंजडुंडवारा के लोगों का बहुत अहम योगदान है। कार्यक्रम की निजामत कर रहे हैं मोहम्मद अली ताज ने कहा कि उनकी कोशिश है कि इस तरह के कार्यक्रम वक्त वक्त पर होते रहने चाहिए। इससे समाज में जागरूकता पैदा करने में मदद मिलती है।कार्यक्रम के आयोजक बिलाल अनवर ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम से समाज में राष्ट्रीय एकता, भाईचारा और सामाजिक सौहार्द की भावना और मजबूत होती है। मुख्य रूप से राशिद अली, इमरान कुरेशी, फूल मोहम्मद, शमीउर रहमान आदि लोगों ने इस मुशायरे में हिस्सा लिया।

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