जलालाबाद – लगातार बढ़ रही डीएपी व एनपीके की समस्या को देखते हुए दिन सोमवार को जसोदा स्थित साधन सहकारी समिति पर नैनो यूरिया व डीएपी को लेकर समिति के परिसर में कृषकों को उसके फायदे व नुकसान के बारे में बताया गया ।आपको बता दे कि प्रदेश सरकार सहकारी समितियों के माध्यम से नैनो यूरिया व नैनो डीएपी की बिक्री बढ़ाने पर जोर देर रही है। भारत सरकार की ओर से यूरिया व डीएपी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए लगातार दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। जिससे फसलों की उत्पादन लागत में कमी के साथ आय में वृद्धि हो सके। दूसरी तरफ यूरिया एवं डीएपी के प्रयोग को कम करने से वायु जल व मृदा प्रदूषण को कम करने में सहायता मिलती है। जिसको लेकर सहकारिता विभाग ने ब्लॉक स्तरों पर भी नैनो यूरिया व नैनो डीएपी के प्रचार प्रसार के लिए कृषक गोष्ठी, सहकारी सम्मेलन आयोजित किया जाना सुनिश्चित किया गया है। सरकार निरंतर नैनो यूरिया व डीएपी पर जोर दे रही है। जिससे किसानों को भी तमाम तरीके से फायदे जैसे ट्रांसपोर्टिंग के खर्चे में बचत, नैनों के माध्यम से सीधा पोषक तत्व पौधे पर जाना, मृदा प्रदूषण से बचना तमाम तरीके के लाभ किसानों को मिलेंगे। साथ ही किसानों की पैदावार में भी बढ़ोतरी होगी जिससे किसानों की आय बढ़ेगी।इस मौके पर इफको की ओर प्रचार प्रसार के लिए सौरभ ,अध्यक्ष प्रतिनिधि विनय कटियार अन्नू ,मुनीश कुमार एडीओ ,आनंद प्रकाश द्विवेदी ,दिलीप पाण्डेय संचालक सहित कई किसान मौजूद रहे ।
इनसेट डीएपी खाद की किल्लत से किसान परेशान डीएपी खाद की किल्लत किसानो के लिए लगातार बनी हुई है जिससे सैकड़ो किसान खाद के लिए परेशान है ।आलू की बुआई को लेकर काफी किसान चिंतित है ।विभाग की ओर से किसी प्रकार की कोई सुनवाई नही की जा रही है।इसको देखते हुए समिति के अध्यक्ष प्रतिनिधि विनय कटियार के द्वारा प्रत्येक किसान को 10 बोरी के हिसाब से खाद की पूर्ति की गई जिससे प्रत्येक किसान को खाद मिल सके ।अध्यक्ष प्रतिनिधि ने बताया कि खाद की बहुत ही ज्यादा किल्लत बनी हुई है ।जैसे जैसे खाद आती जाएगी बैसे ही किसानों को उपलब्ध कराई जा रही है।
कन्नौज से संवाददाता पूनम शर्मा