कन्नौज। विकास खंड गुगरापुर अंतर्गत लगभग पांच सौ वर्ष पुराने सिद्ध गोसाई बाबा द्वारा बनबाए गए और प्रतिष्ठित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर और आश्रम का ग्रामीणों द्वारा जीर्णोद्धार कराये जाने के बाद पुनः भाद्रपद महीने की सोमवती अमावस्या से पूजन वंदन और प्रातः एवं सायं आरती का कार्य क्रम विधिवत शुरू करा दिया जाएगा। नियमित कपाट खुलने पूजा आरती के शुरू होने से भक्तों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है। लगभग पांच सौ वर्ष पहले सिद्ध संत गोसाई बाबा श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर की प्रतिष्ठा कर और उसके पास ही कुटी बनाकर इसी स्थान पर एकांत वास कर नर्मदेश्वर महादेव की सेवा में रहने लगे थे। धीरे धीरे इस आश्रम की प्रसिद्धि बढ़ती गई और नर्मदेश्वर महादेव की कृपा से उपकृत हुए लोग यहाँ बसते गए और एक गाँव बस गया। जो कि गोसाई बाबा के नाम से गोसाई दास पुर के नाम से जाना जाने लगा। आज भी ब्लाक गुगरापुर में गोसाई दास पुर के नाम से यह गाँव विद्यमान है। वर्तमान समय में मंदिर की जीर्ण शीर्ण स्थिति को देख कर ग्रामीणों ने इसके जीर्णोद्धार का संकल्प लेते हुए ग्रामीणों की मदद से धन एकत्र कर वर्ष 2024 में इसका जीर्णोद्धार कराया। साथ ही आश्रम का निर्माण और मंदिर का जीर्णोद्धार हो जाने के बाद मंदिर में प्राचीन नर्मदेश्वर महादेव के अतिरिक्त श्री सीताराम लक्ष्मण,श्री हनुमान जी,श्री काली माता आदि के विग्रहों की भी प्रतिष्ठा सम्पन्न कराई। गोसाई दास पुर गाँव के निवासी और वर्तमान ब्लाक प्रमुख गुगरापुर संदीप चतुर्वेदी,शिक्षक आलोक चतुर्वेदी, विवेक चतुर्वेदी,प्रधान बबलू पाल आदि ने मंदिर के इतिहास की जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें अपने पूर्वज स्वर्गीय हरि प्रसाद ,स्वर्गीय केदार नाथ, स्वर्गीय बद्रीनाथ, स्वर्गीय शम्भूदयाल, राज कुमार पाल,हरिश्चन्द्र कुशवाहा आदि से इस सम्बन्ध में सुनने को मिला था। श्री नर्मदेश्वर महादेव की कृपा से उपकृत हुए भक्तों ने कमेटी का गठन कर सुबह शाम पूजन और आरती करना शुरू कर दिया है। लोगो का विश्वास है कि इस स्थान पर श्रद्धा और भक्ति से आने बाले भक्तों की मनोकामनाये नर्मदेश्वर महादेव की कृपा से पूरी होती है।
कन्नौज से संवाददाता पूनम शर्मा