कन्नौज। ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तिहादुल मुस्लिमीन के जिला अध्यक्ष इशरत खान की अध्यक्षता में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन अपर जिला अधिकारी कन्नौज को सौंपा। जिसमें 17 दिसंबर को शीतकालीन राज्यसभा के अधिवेशन के दौरान अमित शाह गृहमंत्री भारत सरकार द्वारा वक्तव्य “अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर अंबेडकर अंबेडकर अंबेडकर अंबेडकर इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता । जिसे देश ही नहीं विश्व ने देखा और सुना। गृहमंत्री का यह वक्तव्य संसद की संवैधानिक मर्यादाओं दायित्व और अनुशासन के पूर्ण विपरीत है। संसद की राज्य सभा में यह वक्तव्य भारतीय संविधान निर्माता बोधिसत्व बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का अपमान ही नहीं परिलक्षित करता। अपितु बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर के व्यक्तित्व उनके संघर्षों और देश के प्रति असीम प्रेम को भी अपमानित और टिस्कृत करता है। यह वक्तत्व संसद की अस्मिता अस्तित्व और गौरव को भी धूमिल करता है साथ ही इस देश के करोड़ों नागरिकों की भावनाओं को आहत कर ठेस पहुंचता है। ज्ञापन के माध्यम से देश के करोड़ों नागरिकों की भावनाओं के दृष्टिगत ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तहादुल मुस्लिमीन कन्नौज उत्तर प्रदेश यह मांग करती है, कि अमित शाह गृहमंत्री भारत सरकार संसद के राज्यसभा में अपने दिए गए कथित व्यक्तित्व के लिए बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की प्रति कृतज्ञता वव्यक्त कर क्षमा प्रार्थी होना स्वीकार करें। अन्यथा अपने पद से इस्तीफा दें । ज्ञापन देने के दौरान वसीम खान ओवैसी, हाशिम सिद्दीकी, ऐनुद्दीन खान , जगजीवन दोहरे, नौशाद खान, ओवैस रईस अली हाफिज , हसरुद्दीन, शदीद खान , शादाब अली सहित आदि दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कन्नौज से संवाददाता पूनम शर्मा