कृषि विज्ञान केंद्र अनौगी द्वारा आयोजित किसान गोष्ठी में उद्यान विज्ञान वैज्ञानिक डॉ अमर सिंह ने किसानों को आलू की अगेती फसल के लिए विशेषज्ञ सलाह दी। उन्होंने बताया कि किसान आलू की अगेती फसल के लिए कुफरी ख्याति, कुफरी गरिमा, कुफरी अशोक, कुफरी सूर्या जैसी प्रजातियों का प्रयोग करें। डॉ अमर सिंह ने गोष्ठी में किसानों को आगाह किया कि मुख्य फसल की प्रजातियों का अगेती फसल के रूप में प्रयोग न करने की सलाह दी, अन्यथा उत्पादन प्रभावित होगा। उन्होंने किसानों से कहा कि वह आलू की अगेती फसल के लिए काटकर बुवाई न करने की अपील की, क्योंकि तापक्रम अधिक होने की वजह से आलू के सड़ने की संभावना रहेगी। इसके अलावा, डॉ अमर सिंह ने किसानों को मिट्टी के परीक्षण के अनुसार खाद एवं उर्वरक प्रबंधन करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि संतुलित खाद एवं उर्वरक प्रबंधन के रूप में प्रति हेक्टेयर 150 किग्रा नाइट्रोजन, 80 किग्रा फास्फोरस, 80 किग्रा पोटाश, 25 किग्रा जिंक सल्फेट, 25 किग्रा सल्फर, 40 किग्रा फेरस सल्फेट प्रयोग करने की सलाह दी।इस मौके पर ईकोसेफ एग्री साइंस द्वारा आयोजित छात्र वृत्ति सम्मान समारोह में मोहित को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए चेक, प्रमाण पत्र, मेडल से सम्मानित किया गया। डॉ दुर्गेश गुप्ता ने बताया कि छात्र वृत्ति योजना में कक्षा दस व बारह के छात्रों ने भाग लिया था।
कन्नौज से संवाददाता पूनम शर्मा