कन्नौज : प्रशासन ने रात्रि में हटवा दी बुद्ध की प्रतिमा , हिरासत में लिए गए लोगों को छोड़ा

फर्रुखाबाद :जिला प्रशासन ने छिबरामऊ सौरिख तिराहा पर बीती रात बिना अनुमति लगाई गई विवादित भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा को हटवा दिया गया है।
पुलिस ने हिरासत में लिए गए जिला पंचायत अध्यक्ष प्रिया शाक्य के पति ओमकार शाक्य सहित आधा दर्जन लोगों को छोड़ दिया गया। बताया गया कि जनपद कन्नौज के आला अधिकारी बीती रात लगभग 2 बजे नगरपालिका के कर्मचारियों के साथ सौरिख तिराहे पर पहुंचे।
कर्मचारियों ने वहां स्थापित की गई भगवान गौतम बुद्ध की मूर्ति हटावा दी। सूत्रों के अनुसार भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा को छिबरामऊ के बुद्ध विहार में ही सुरक्षित रखा गया है। पुलिस ने कन्नौज की जिला पंचायत अध्यक्ष प्रिया शाक्य के पति ओमकार शाक्य सहित आधा दर्जन लोगों को बीती शाम हिरासत में ले लिया गया था। पकडे गये सभी लोगों को तहसील छिबरामऊ में नजरबंद किया गया था। बुद्ध की प्रतिमा हटवाने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
कोतवाली छिबरामऊ के ग्राम लक्षीराम नगला निवासी जिला पंचायत अध्यक्ष प्रिया शाक्य के पति ओमकार शाक्य व अन्य 5 लोगों को छोड़ गया। पुलिस ने मोहल्ला छपट्टी निवासी जीतू शाक्य सहित 5 लोगों को भी पकड़ा था। मालूम हो कि परसों रात बौद्ध समर्थकों ने सौरिख तिराहे पर बिना अनुमति बुद्ध की प्रतिमा लगा दी थी। इसी स्थान पर महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाए जाने की योजना थी।
महाराणा प्रताप की मूर्ति लगवाए जाने वाले समर्थकों ने बीती शाम बुद्ध प्रतिमा को हटाए जाने को लेकर प्रदर्शन किया था इसका लेकर बौद्ध समर्थकों ने जोरदार विरोध किया। इसी विवाद के दौरान किये गये जबरदस्त पथराव में इंस्पेक्टर सहित एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे। प्रशासन ने दोनों पक्षों में सुलह कराने का काफी प्रयास किया गया था लेकिन फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
मूर्ति हटाए जाने की निंदा
संकिसा मुक्ति संघर्ष समिति के संयोजक एवं धम्मा लोको बुध विहार समिति संकिसा के अध्यक्ष कर्मवीर शाक्य ने बुद्ध की प्रतिमा हटाए जाने पर नाराजगी जाहिर की है। श्री कर्मवीर शाक्य ने कहा है कि बिना अनुमति बुद्ध की प्रतिमा नहीं लगाई जानी चाहिए थी यदि भूलवश बुद्ध की प्रतिमा लगा भी दी गई तो प्रशासन को शांति के पुजारी भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा को स्थापित रखना चाहिए था। अब वहां पर महाराणा प्रताप की भी प्रतिमा नहीं लगनी चाहिए।
सत्य अहिंसा के पुजारी भगवान गौतम बुद्ध को पूरा विश्व मानता है उनके अनुयाई भी अहिंसा के पुजारी हैं उनको पुलिस कार्रवाई की आड़ में अराजक तत्वों ने भड़का कर उत्तेजित कर दिया था जिसके कारण विवाद काफी बढ़ गया। श्री कर्मवीर शाक्य ने बौद्ध समर्थकों से शांति बनाए रखने की जोरदार अपील की है।
फर्रुखाबाद संवाददाता धर्मवीर सिंह