सर्वोत्तम स्वास्थ्य के साथ लम्बे जीवन के लिए आध्यात्मिक अभ्यास है योग- विशेष सचिव आयुष विभाग ग्यारहवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के प्रोटोकॉल का शुभारंभ विशेष सचिव, आयुष विभाग श्री हरीकेश चौरसिया द्वारा विकास खण्ड रामपुर के परिसर में दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। उन्होने बताया कि लम्बे जीवन और सर्वोत्तम स्वास्थ्य के लिए योग एक आध्यात्मिक अभ्यास है, जिसके क्रियात्मक और सैद्धांतिक पक्षों का अभ्यास प्रत्येक व्यक्ति को नियमित रूप से करना चाहिए। विशेष सचिव द्वारा बताया गया कि इस वर्ष के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का थीम एक पृथ्वी और एक स्वास्थ्य है, इसलिए धरा के कोने-कोने तक भारत की प्राचीनतम विरासत योग को पहुंचाकर पूरे विश्व को योग से आच्छादित करना है। पतंजलि योग समिति उत्तर प्रदेश के सह राज्य प्रभारी अचल हरीमूर्ति के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के प्रोटोकॉल का पूर्वाभ्यास कराया गया। जिसमें सर्वाइकल, स्पोंडलाइटिस, कमर, रीढ़ की हड्डी और कंधों से सम्बंधित सरल और सहज व्यायामों का अभ्यास कराते हुए उनसे होने वाले लाभों को बताया गया।
उनके द्वारा प्रोटोकॉल के तहत खड़े होकर, बैठकर और लेटकर किये जानें वाले आसनों का अभ्यास कराया गया, जिसमें ताड़ासन, वृक्षासन, अर्धचक्रासन, सेतुबंध आसन, मकरासन और भद्रासन का अभ्यास कराते हुए, उनसे होने वाले लाभों को बताया गया। प्राणायामों के तहत कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और उद्गगीथ प्राणायामों के साथ ध्यान का अभ्यास कराकर सभी साधकों को संकल्प दिलाया गया की हम सभी मिलकर इस योग की विधा को जन जन तक पहुंचाने में अपनी महति भूमिका को निभायेंगे। इस अवसर पर क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं युनानी अधिकारी डा0 कमल, खण्ड विकास अधिकारी अभिनव सरोज, योग प्रशिक्षक विकास कुमार, सुरेन्द्र पटेल, तेज बहादुर पटेल, राजनाथ, उत्तम जायसवाल, संजय यादव, अमित सिंह, दीपचंद के साथ आयुष विभाग के सभी चिकित्सक उपस्थित रहे।