जौनपुर:कच्छा बनियान गिरोह का सरगना चढ़ा आगरा एसटीएफ के हत्थे


शाहगंज(जौनपुर): नगर में लूट व हत्या को अंजाम दे फरार चल रहा आरोपित आगरा एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। जिससे पीड़ित परिवार को न्याय की आस जगी है।
मालूम रहे नगर के खुटहन रोड निवासी दवा व्यवसायी धीरज सिंह के आवास पर 23 अप्रैल 2014 की रात को कच्छा बनियान गिरोह ने धावा बोल लूट को अंजाम दिया था। जाते जाते लूटेरो ने धीरज सिंह उनकी पत्नी सुमन सिंह भाई विवेक सिंह इनकी पत्नी रेनू सिंह, धीरज सिंह की बेटी स्वाति सिंह, भतीजा अंकुर सिंह पर बेहरमी से प्रहार कर मरणासन्न कर दिया था। जिसमें गम्भीर घायल बेटी स्वाति सिंह का ईलाज के दौरान दूसरे दिन वाराणसी में देहांत हो गया था। वहीं पखवाड़े भर जीवन मौत से संघर्ष के उपरांत पत्नी सुमन का देहांत इलाज के दौरान लखनऊ में हो गया था। लूट कांड में आधा दर्जन से अधिक बदमाश शामिल रहे। जिसमें मुख्य आरोपित फाती उर्फ पहलवान था। जिसे लखनऊ एसटीएफ ने 2016 में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जिसने शाहगंज की घटना को स्वीकार किया था। लेकिन फर्जी जमानत के सहारे जेल से छूट फरार हो गया। जिसके बाद शाहगंज पुलिस ने गैंगेस्टर की कार्रवाई कर 25 हजार रुपये का ईनाम धोषित कराया। जिसे आगरा एसटीएफ ने गुरुवार को टीपीनगर इलाके से गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपाधीक्षक के रिपोर्ट के मुताबिक घटना में कुल आठ आरोपित शामिल रहे। जिसमें सद्दाम उर्फ सैदाब, विक्की पुत्र मजहर, सोनू पुत्र आदिम, फिरोज पुत्र सैद मोहम्मद निवासीगण कानपुर जनपद के थाना विल्हौर के मकनपुर निवासी एवं मुछाडे मामा पुत्र इलियास, जुनैद पुत्र आदिल फाती उर्फ पहलवान पुत्र मोशाक एवं बग्गा पुत्र नाजिम निवासीगण जनपद कनौज थाना तिर्वा गांव विनौरा निवासी बताये जाते हैं। फाती उर्फ पहलवान एवं बग्गा को 13 जनवरी 2017 में लखनऊ एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद इनसे शाहगंज की लूट से दो सोने की अंगुठी बरामद किया गया था। लेकिन दोनों फर्जी जमानत करा फरार हो चुके थे। वहीं गुरुवार को आगरा एसटीएफ को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। फिलहाल फर्जी जमानत पर फरार हुए फाती व बग्गा में फाती गिरफ्त में आ चुका है। वहीं अभी भी सात आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर हैं। फाती की गिरफ्तारी के बाद पीड़ित के पुत्र हर्षवर्धन सिंह ने आगरा एसटीएफ का आभार जता न्याय की उम्मीद की है। उनका कहना है अपनी मां व बहन हेतु अंतिम समय तक संघर्ष जारी रहेगा।