समाचार पत्र दैनिक जागरण के तत्वाधान में आयोजित हाईस्कुल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभावान छात्र-छात्राओं के सम्मान में कार्यक्रम कलेक्ट्रेट स्थित प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी डा0 दिनेश चन्द्र के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। जिलाधिकारी ने सभी मेधावी छात्रों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह बच्चे आने वाले विकसित भारत के कर्णधार है। कहा कि इन मेधावी छात्रों के माता-पिता ने बड़े ही पुण्य कार्य किए होंगे जो इन्हें आज यह सम्मान प्राप्त हो रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षा से कैसे शीर्ष स्थान पर पहुंचा जा सकता है, इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी उदाहरण स्वरूप है। शिक्षा के माध्यम से सब कुछ प्राप्त किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने कहा कि ज्ञान और हुनर कभी खराब नहीं जाते। शिक्षा और हुनर व्यक्तित्व के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। बच्चों से कहा कि लक्ष्य बनाकर कार्य करें। इसके साथ ही उन्होंने सभी बच्चों को सुझाव दिया कि अंकों के आधार पर कभी अपने भीतर अहंकार न पाले। भगवान के प्रति हमेशा नतमस्तक रहे।
जिलाधिकारी ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि बदलते परिवेश में चुनौतियां भी बढ़ रही हैं, भारत में सभी परीक्षाओं में बिना प्रवेश परीक्षा के कालेज में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराई जा रही है। उन्होंने सभी बच्चों से कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दें क्योंकि स्वस्थ मन में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। जिलाधिकारी ने बच्चों से कहा कि अपने विषय पर विशेषज्ञता हासिल करें, इसके साथ ही अपने भीतर साहित्यिक अभिरुचि उत्पन्न करें। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी बच्चे अपने भीतर राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना जागृत करें। मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खाडिया ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि खुद को इतना मजबूत करें कि विषम परिस्थितियों का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहें। उन्होंने कहा कि बच्चों को देखकर अपना बचपन याद आ रहा है, सभी बच्चों से कहा कि मेहनत करो फल की चिंता मत करो क्योंकि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती।