जौनपुर :फाइलेरिया उन्मूलन, असेसमेंट सर्वे (TAS) की गतिविधि का संचालन 12 से 25 मई

जनपद में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत 12 मई 2025 से 24 मई 2025 तक ट्रांसमिशन असेसमेंट सर्वे (TAS) की गतिविधि संचालित की जाएगी। TAS कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्व में जनपद में चलाए गए सर्वजन दवा सेवन अभियान (MDA) का मूल्यांकन एवं प्रभाव का आकलन करना एवं यह निश्चित करना कि भविष्य में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाएगा अथवा नहीं है। TAS गतिविधि के अंतर्गत राज्य स्तर से चयनित ग्रामों में 6 एवं 7 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों में फाइलेरिया संक्रमण की जांच किया जाना है। फाइलेरिया संक्रमण की जांच भारत सरकार द्वारा प्रदत्त QFAT Kit द्वारा किया जायेगा। TAS के सफलतापूर्वक संचालन के लिए जनपद के कुल 19 ब्लॉक एवं अर्बन क्षेत्र को लेकर अधिकतम 5 लाख आबादी पर एक मूल्यांकन इकाई, EU बनाया गया है। इस तरह कुल 12 मूल्यांकन इकाई, EU बनाए गए हैं। जहां ग्रामों में सर्वे कर जांच का कार्य किया जाएगा। समुदाय आधारित सर्वे होने के कारण अंतर विभागीय सहयोग प्राप्त करने हेतु 30 अप्रैल 2025 को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समन्वय समिति की बैठक का आयोजन किया जा चुका है।
         

बैठक में जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग, बाल विकास विभाग एवं पंचायती राज विभागों को निर्देश दिया कि वह TAS सर्वे में सक्रिय रूप से स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करना सुनिश्चित करें। सर्वे में लगाई गई टीमों के सदस्यों जैसे प्रयोगशाला प्राविधिज्ञ, एएनएम, स्टाफ नर्स, एचएस, बीएच डब्ल्यू एवं मेडिकल ऑफिसर का प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा अधिकारी जौनपुर के सभागार में 6 एवं 7 मई 2025 को कुल 3 बैच में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण डब्ल्यू0 एच0 ओ0 के रीजनल कोऑर्डिनेटर डॉ मंजीत सिंह चौधरी द्वारा दिया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ लक्ष्मी सिंह ने प्रशिक्षार्थियों को कार्यक्रम की सफलता के विषय में आवश्यक दिशा निर्देश दिया। प्रशिक्षण के दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बी0सी0 पंत एवं जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने प्रशिक्षार्थियों को आवश्यक जानकारी एवं प्रोटोकॉल के विषय में बताया।
         

जिला मलेरिया अधिकारी ने प्रशिक्षण के दौरान निर्देश दिया कि  जिस ग्राम/वार्ड में TAS सर्वे किया जाना है वहां कार्यक्रम के पूर्व आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों द्वारा लोगों को जानकारी दे दी जाए, जिससे सर्वे टीम के जाने पर बच्चे उपलब्ध हो एवं जांच का कार्य सुगमता पूर्ण ढंग से किया जा सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने निर्देश दिया कि समुदाय आधारित कार्यक्रम होने के कारण स्थानीय स्तर पर पंचायती राज संस्था के सदस्यों, प्रभावशाली एवं गणमान्य व्यक्तियों को कार्यक्रम के पूर्व बताएं एवं उनका सहयोग प्राप्त करें, जिससे कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आम जनमानस से अपील किया है कि अपने 06 एवं 07 वर्ष के बच्चों की फाइलेरिया जांच अवश्य कराएं जिससे कि उनके अंदर फाइलेरिया संक्रमण का पता लगाकर समय पर उनका उपचार किया जा सके एवं उन्हे बीमारी से बचाया जा सके। इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉक्टर एन0के0 सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 राजीव कुमार, फाइलेरिया नियंत्रण अधिकारी श्रीमती कंचन गुप्ता एवं मलेरिया, फाइलेरिया के समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।

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