जौनपुर: सुजानगंज थाना क्षेत्र के डोमपुर गांव निवासी गगनदीप चौधरी (35वर्ष) और उनके पुत्र अंकित (15) की बीतीरात रांची के सुखदेवनगर में धुएं और गैस की वजह से दम घुटने से मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही उनकी पत्नी सुधा गांव से रांची के लिए रवाना हो गयीं।
गगनदीप चौधरी गांव में भोला हरिजन के नाम से जाना जाता रहा। पिछले वर्ष भोला की पत्नी और उनके भाई लालमणि का विवाद पड़ोसी से हो गया था। इसके बाद पड़ोसी रामसेवक एवं उसके परिजनों में जमकर मारपीट की थी जिसके बाद पूरा परिवार गांव छोड़कर बेरमांव बाजार में रहने लगा था। भोला (गगनदीप) की पत्नी सुधा यही रहती है जबकि उसके दो पुत्र और दो पुत्री तथा उसकी मां भोला के साथ रहतीं हैं। भोला का गांव में आना-जाना बहुत कम होता था। गांव की ओर आये भी तो बेरमांव बाजार से ही चले जाते थे। इसलिए गांव वालों को उनके आने जाने की बहुत ख़बर नहीं मिल पाती थी।
बड़े भाई लालमणि ने बताया कि गांव में भोला के पास करीब डेढ़ बीघा जमीन है जिस पर खेती नहीं हो रही है। वह परती पड़ी है। भोला के नाम मुख्यमंत्री आवास भी मिला है लेकिन उस पर अभी तक छत नहीं पड़ा है। भोला के पुत्र सोनू (10) और अंकित (15) थे। राची में पिता भोला के साथ अंकित की मौत हो गई। इसके अलावा दो पुत्रियां महिमा (18) और नंदनी (13) सुरक्षित हैं। अभी किसी की भी शादी नहीं हुई है। भोला दो भाईयों में छोटे थे। उनके बड़े भाई लालमणि हरिजन बेरमांव बाजार में ही जूता चप्पल की दुकान चलाते हैं। भोला करीब पंद्रह वर्ष पूर्व रांची बस गए थे। बीतीरात जिस वक्त यह घटना हुई भोला के पास उनकी मां और उनके चारों बच्चे उनके पास थे जबकि पत्नी सुधा गांव में ही थीं। सूचना मिलते ही गुरुवार को वह सुबह रांची के लिए रवाना हो गई। लालमणि हरिजन ने बताया कि भोला कभी भी मेरे पास फोन कर हाल खबर नही लेते थे। पिता पुत्र की मौत से पूरा गांव स्तब्ध है। लोग एक दूसरे से जानकारी लेते रहे।