सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा जन शिकायतों के निस्तारण के क्रम में ग्राम रामपुर कला की निवासी सावित्री देवी द्वारा खतौनी में गलत नाम दर्ज होने पर शिकायत दर्ज करायी गयी, जिसपर जिलाधिकारी द्वारा लेखपाल को निर्देशित किया गया कि तत्काल खतौनी में नाम संशोधन कराते हुए अवगत कराये, जिलाधिकारी के आदेश के अनुपालन में खतौनी में संशोधन करते हुए खतौनी उपलब्ध करा दी गयी। जिलाधिकारी के समक्ष निकामुद्दीनपुर निवासी कार्तिक पुत्र लालता प्रसाद ने प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत लोन देने में देरी की जा रही है जिस पर जिलाधिकारी के द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए एसबीई शाखा मछलीशहर के प्रबन्धक को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया कि 02 दिन के भीतर सभी औपचारिकताओं को पूर्ण करते हुए लोन देना सुनिश्चित करें अन्यथा की दशा में एफआईआर दर्ज करायी जाएगी। जिलाधिकारी के समक्ष ग्राम सलारपुर तहसील मछलीशहर के निवासी लल्लन पुत्र मोहन ने अवगत कराया कि उनकी पट्टा की जमीन को गलत तरीके से दूसरे को वरासत कर दी गयी है जिस पर जिलाधिकारी ने कानूनगो और लेखपाल को निर्देशित किया कि आज ही गांव में जाये, रात्रि विश्राम गांव में ही करें और पंचायत भवन में खुली बैठक कराते हूए पूरी तस्दीक कर प्रकरण का निस्तारण कर अवगत करायें। ग्राम गोवर्धनपुर के रामचन्द्र ने पत्थरगडडी कराने का प्रार्थना पत्र दिया जिस पर जिलाधिकारी ने कानूनगो और लेखपाल को प्रकरण का निस्तारण कर अवगत कराने के निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा सर्वाधिक भूसा दान करने वाले संतोष दूबे, डा0 आर बी चौहान, राजीव सिंह सहित अन्य जिनके द्वारा गो-आश्रय स्थलों में भूसा दान किया गया था उन्हे प्रमाण-पत्र और पौधा देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने पुलिस और राजस्व विभाग को निर्देशित किया कि जमीन विवाद और आपसी विवाद एक ही विषय से सम्बन्धित होते है इस लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों और पुलिस विभाग के समन्वय से ही इसका निस्तारण हो सकता है। दोनों पक्षों की समस्याओं को गम्भीरतापूवर्क सुनते हुए शिकायत का निस्तारण करें। उन्होंने राजस्व निरीक्षकों को निर्देशित किया कि 20 पैमाइस से कम पत्थरगड्डी करें तो वेतन आहरण नही किया जाएगा।
इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा तहसील के समस्त लेखपालों को निर्देशित किया गया कि शिकायतकर्ता की छोटी-छोटी समस्याएँ जिनका तत्काल निस्तारण किया जा सकता है उसके लिए किसी व्यक्ति को परेशान न किया जाये। उन्होंने कहा कि जन शिकायतों का निस्तारण शासन की प्राथमिकता है अतः इसमें किसी भी तरह की लापरवाही या उदासीनता अक्षम्य होगी।
सम्पूर्ण समाधान दिवसा में कुल 253 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुये जिसमें 05 प्रार्थना पत्रों का मौके पर निस्तारित कर शेष प्रार्थना पत्रों को सम्बंधित अधिकारियों को हस्तान्तरित करते हुए जल्द से जल्द गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के निर्देश दिये गए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खाड़िया, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सौरभ कुमार, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।इसी प्रकार अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 रामअक्षयबर चौहान की अध्यक्षता में तहसील केराकत के सभागार में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इसी क्रम में अन्य तहसीलों में भी फरियादियों की समस्याओं को सुनते हुए उसके निस्तारण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया गया।